फिलीपींस में मारे गए मानगो के युवक तरणजीत सिंह के मामा को भारत आने की मिली अनुमति
फिलीपींस के मनीला में मानगो गुरुद्वारा रोड निवासी व्यवसायी तरणजीत सिंह की हत्या 11 जुलाई को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसके मामा कुलदीप सिंह मनीला में रहते हैं जिन्हें भारत लौटने की इजाजत मनीला के मेयर और गृह विभाग से मिल गई है।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। फिलीपींस के मनीला में मानगो गुरुद्वारा रोड निवासी व्यवसायी तरणजीत सिंह की हत्या 11 जुलाई को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसके मामा कुलदीप सिंह मनीला में रहते हैं जिन्हें भारत लौटने की इजाजत मनीला के मेयर और गृह विभाग से मिल गई है। फिलीपींस में विदेश के लिए हवाई यात्रा शुरू हो चुकी है। विदेशियों को आने की इजाजत नहीं है, लेकिन जो विदेशी स्वदेश लौटना चाहते हैं उनकी वापसी के लिए फिलीपींस सरकार ने इजाजत दी है।
कुलदीप सिंह से सरकार ने लिखित तौर पर कहा है कि वह स्वदेश लौटना चाहें तो लौट सकते हैं परंतु जब भी फिलीपींस आना चाहेगा वह यहां आ सकता है। गौरतलब है कि कुलदीप सिंह जमशेदपुर में महिवाल ट्रेवल्स के मालिक गुरदीप सिंह पप्पू के छोटे भाई हैं। इधर, ताई ताई नामक स्थान मनीला ईस्ट रोड में हुई तरणजीत सिंह की हत्या मामले में पुलिस की जांच में तेजी आ गई है। पुलिस कई बार घटनास्थल का मुआयना कर चुकी है और संदिग्ध हत्यारों की खोज में जुटी हुई है। घटना की प्रत्यक्षदर्शी 50 वर्षीय महिला मैनेजर माइला एवं तरणजीत सिंह के मामा कुलदीप सिंह की सुरक्षा को देखते हुए मनीला सिटी पुलिस चीफ ने एक पुलिस गार्ड उपलब्ध करवा दिया है जो दोनों को सुरक्षा कवर दे रहा है। इधर कुलदीप सिंह ने अपना कारोबार समेट लिया है और भगीना के कारोबार को देख रहे हैं जिसे समेट कर वह भारत वापस आने को तैयार हैं। माइला अपने बयान पर काबिज
वहीं हत्या मामले में मनीला पुलिस माइला का कई बार बयान ले चुकी है और वह अपने बयान पर अड़ी हुई है कि घटना के वक्त दो युवक रेस्टोरेंट में आए थे। उनमें से एक आइसक्रीम की डीप फ्रीज के सामने खड़ा होकर विभिन्न आइसक्रीम की कीमत की जानकारी ले रहा था। वही दूसरा युवक प्रवेश द्वार पर खड़ा था। इसी बीच आइसक्रीम देख रहे युवक ने पिस्तौल निकाल कर उसे सटा दिया था। वह भय से कांपने लगी और हेल्प मी-हेल्प मी कह शोर भी मचाने लगी। इसके साथ ही उसने पिस्तौल सटाने वाले युवक से कहा कि यदि वह पैसे चाहता है तो वह पैसे ले ले। यह देख खाना खाने जा रहा तरणजीत सिंह पीछे के दरवाजे से भागा। वह पीछे के दरवाजे से होकर पार्किंग होते हुए मेन रोड की तरफ बढ़ना चाहता था। जब तरणजीत पीछे के दरवाजे से भागा तो प्रवेश द्वार पर खड़ा युवक बाहर पार्किंग की ओर चला गया। उसके पीछे-पीछे उसे पिस्तौल सटा रहा युवक भी चला गया। वह भी रेस्टोरेंट के बाहर आई तो उसे तरणजीत के माइला माइला चिल्लाने की आवाज आई। वह उस और बढ़ी तो देखा कि तरणजीत सिंह खून से लथपथ गिरा हुआ है और बेसुध हो गया है। वहां भीड़ जमा हो गई तो कुछ लोगों के सहयोग से उसे अस्पताल ले जाया गया यहां कुछ समय बाद उसकी मौत हो गई। यह जानकारी मनीला में रहने वाले तरणजीत सिंह के मामा कुलदीप सिंह ने दी।
सदमें में हैं कुलदीप
महिला पुलिस दिन में दो-तीन बार दुकान में आ रही है और कुलदीप तथा स्टाफ का मनोबल बढ़ा कर जा रही है कि पुलिस उनके साथ है और उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है हत्यारे ढूंढ लिए जाएंगे और उन पर कार्रवाई होगी। कुलदीप ने बताया रेस्टोरेंट में महिला के साथ दस कर्मचारी हैं और बाकी के पांच स्टोरों में भी दो-दो कर्मचारी हैं। कुलदीप अभी भी सदमे में हैं।