Jamshedpur Weather Today: खिली धूप, नदी का जलस्तर भी गिर रहा; जमशेदपुर वासियों ने ली राहत की सांस

तीन दिन बाद शुुक्रवार को जमशेदपुर का मौसम साफ हो गया। सुबह में धूप भी खिली तो उधर खरकई व स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर भी गिर रहा है। गुरुवार रात ओडिशा के बैंक्वेल और खरकई डैम का फाटक बंद कर दिया गया था जिससे जलस्तर स्थिर हो गया।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Fri, 28 May 2021 10:53 AM (IST) Updated:Fri, 28 May 2021 03:07 PM (IST)
Jamshedpur Weather Today: खिली धूप, नदी का जलस्तर भी गिर रहा; जमशेदपुर वासियों ने ली राहत की सांस
गुरुवार को कुछ इस तरह थे जमशेदपुर में हालात। उपफाइ खरकइ नदी।

जमशेदपुर, जासं। तीन दिन बाद शुुक्रवार को शहर का मौसम साफ हो गया। सुबह में धूप भी खिली, तो उधर, खरकई व स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर भी गिर रहा है। गुरुवार रात करीब 10 बजे ओडिशा के बैंक्वेल और खरकई डैम का फाटक बंद कर दिया गया था, जिससे जलस्तर स्थिर हो गया। हालांकि, इसके बाद भी दोनों नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से काफी ऊपर था, लेकिन जलस्तर कम होने लगा है।

रात 10 बजे तक मानगो पुल के पास स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर 122.88 मीटर व आदित्यपुर पुल के पास खरकई नदी 133.70 मीटर पर था। मानगो पुल के पास स्वर्णरेखा नदी के खतरे का निशान 129 मीटर और आदित्यपुर पुल के पास खतरे का निशान 121.50 मीटर है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि देर रात तक निचले इलाकों की स्थिति कैसी होगी। जिला प्रशासन अब भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित ऊंचाई वाले स्थान पर पहुंचाने का काम चल रहा था।

रात नौ बजे तक का जलस्तर 123.20 मीटर तक पहुंच गया था, जबकि खतरे का निशान 121.5 मीटर है। इसी तरह आदित्यपुर पुल के पास खरकई नदी का जलस्तर 134.15 मीटर पहुंच गया था, जबकि यहां खतरे का निशान 129 मीटर है। इस तरह स्वर्णरेखा नदी लगभग डेढ़ मीटर और खरकई नदी में अब भी साढ़े चार मीटर ऊपर बन रहा है। जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति अंतर्गत भुइयांडीह, कल्याण नगर, मुर्गा पाड़ा के पास नदी का जलस्तर बढ़ने से खतरा बढ़ गया है। यहां एहतिहात के तौर पर बांस का बैरिकेडिंग किया गया है।

देर रात तक लगे रहे अधिकारी

उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी सूरज कुमार ने वरीय पुलिस अधीक्षक एम तमिल वणन के साथ बागबेड़ा, दोमुहानी, जुगसलाई व नदी से सटे अन्य इलाकों, सिटी एसपी सुभाषचंद्र जाट ने एडीएम लॉ एंड ऑर्डर नंदकिशोर लाल के साथ जेएनएसी अंतर्गत प्रभावित क्षेत्र व बागबेड़ा व इससे सटे इलाकों में खरकई नदी के तटीय क्षेत्र तथा उपविकास आयुक्त परमेश्वर भगत ने निदेशक डीआरडीए सौरव कुमार सिन्हा व जिला परिवहन पदाधिकारी दिनेश रंजन के साथ दोमुहानी, हाथी घोड़ा मंदिर क्षेत्र का दौरा किया। बाढ़ तथा जलजमाव की वस्तुस्थिति से अवगत हुए। जिले के वरीय पदाधिकारी स्वर्णरेखा व खरकई नदी से सटे तटीय इलाकों में दिन भर घूम-घूम कर वस्तुस्थिति का जायजा लेते रहे तथा लोगों को नदी तट से दूर रहने के निर्देश दिए। इस दौरान माइकिंग के माध्यम से भी लोगों को नदी में बढ़े हुए जलस्तर को लेकर लगातार सूचना दी जाती रही।

एनडीआरएफ ने सात मवेशी सहित 60 लोगों काे बचाया

उपायुक्त की पहल पर खरकई नदी में बढ़े जलस्तर के कारण बागबेड़ा थाना के जलमग्न इलाके में फंसे 60 लोगों को एनडीआरएफ टीम की मदद से सुरक्षित ऊंचाई वाले स्थानों पर पहुंचाया गया। इसमें 12 पुरूष, 31 महिला व 17 बच्चे शामिल रहे। इसके अतिरिक्त सात मवेशियों का भी रेस्क्यू किया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन सब इंस्पेक्टर दिनेश कुमार चौधरी के नेतृत्व व विनय कुमार के पर्यवेक्षण में किया गया।

तूफान व बाढ प्रभावितों के लिए बने 91 शिविर

जिला प्रशासन ने तूफान व बाढ़ प्रभावितों के लिए गुरुवार रात तक 91 शिविर में 2671 लोगों को रखा गया है। बाढ़ की वजह से पांच घर पूरी तरह नष्ट हो गए, जबकि 255 घरों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है। संभावना है कि शुक्रवार को दोपहर तक पानी खतरे के निशान से नीचे आ जाएगा। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के 2671 लोगों को 91 आश्रयगृह में रखा गया था।

chat bot
आपका साथी