50 बेड, 110 आक्सीजन सिलेंडर व 20 कंस्ट्रेटर से लैस अनुमंडल अस्पताल

कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हैं। अनुमंडल अस्पताल में पीएसए आक्सीजन प्लांट संचालित है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 07:00 AM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 07:00 AM (IST)
50 बेड, 110 आक्सीजन सिलेंडर व 20 कंस्ट्रेटर से लैस अनुमंडल अस्पताल
50 बेड, 110 आक्सीजन सिलेंडर व 20 कंस्ट्रेटर से लैस अनुमंडल अस्पताल

संवाद सहयोगी, घाटशिला : कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हैं। अनुमंडल अस्पताल में पीएसए आक्सीजन प्लांट संचालित है। पीएम केयर फंड से इस आक्सीजन प्लांट का निर्माण किया गया है। पीएसए आक्सीजन प्लांट में 50 बेड को पाइपलाइन के जरिए सुचारू रूप से आक्सीजन सप्लाई की जा रहीं है। प्लांट को संचालित करने के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया है। अनुमंडल अस्पताल में एक अन्य पीएसए प्लांट का निर्माण कराया जा रहा है। जिला परिषद की ओर से इस प्लांट का निर्माण कराया जा रहा है। नियमित रूप से होगी आक्सीजन की सप्लाई : घाटशिला अनुमंडल अस्पताल में पीएसए आक्सीजन प्लांट से 50 बेड को पाइपलाइन के जरिए आक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। प्लांट संचालन के दौरान किसी प्रकार की तकनीकी गड़बड़ी उत्पन्न हुई तो मेनीफॉल्ट सिस्टम के माध्यम से पाइपलाइन से मरीजों को नियमित रूप से आक्सीजन की सप्लाई होती रहेगी। अस्पताल में भर्ती मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। इसके अलावा अस्पताल में 110 आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं। 20 आक्सीजन कंस्ट्रेटर, 20 बी टाइप आक्सीजन सिलेंडर समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। ग्राम प्रधान ने बीडीओ से की फर्जी ग्राम सभा करने की शिकायत : रावताड़ा पंचायत के केंदबनी गांव के ग्राम प्रधान मुचीराम मुर्मू ने फर्जी ग्राम सभा दिखाकर जाहेरथान घेराबंदी निर्माण कार्य के लिए लाभुक समिति का चयन करने की शिकायत बीडीओ से की है। उन्होंने प्रभारी कल्याण पदाधिकारी संजय कुमार को ज्ञापन सौंपा। ग्राम प्रधान मुचीराम मुर्मू, सुनाराम मुर्मू, चंदराय मुर्मू देवाशीष धवलदेव, नरसिंह मुर्मू आदि ग्रामीणों ने बताया कि केंदबनी गांव में जाहेरथान की घेराबंदी के लिए 11 सितंबर को ग्राम सभा हुई थी। ग्राम सभा में लगभग 70 लोग शामिल हुए थे। इस ग्राम सभा में लाभुक समिति का भी चयन किया गया था, लेकिन ग्राम प्रधान मुचीराम मुर्मू को 3 दिसंबर को प्रखंड कार्यालय से जानकारी मिली कि एक और ग्रामसभा की कॉपी जमा की गई है, जिस पर उनका हस्ताक्षर है। ग्राम प्रधान ने ग्राम सभा की प्रतिलिपि देखने के बाद आपत्ति जताई और कहा कि वास्तव में फर्जी ग्राम सभा से संबंधित कागजात पर किया गया हस्ताक्षर उनका नहीं है। लाभुक समिति के चयन से संबंधित असली ग्राम सभा की रिपोर्ट ही जिला को भेजें। उन्होंने बीडीओ के नाम कल्याण पदाधिकारी को सौंपे गए पत्र के माध्यम से फर्जी ग्राम सभा करने वालों की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की। जब तक इस मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक दूसरा कोई ग्राम सभा नहीं होगा।

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