'तंदूरी' चाय की चुस्की, 'लेटो' का जायका

अरे वाह, ये कैसी चाय है। अच्छा टेस्ट है। कुल्हड़ ही गर्म कर उसमें चाय बनाई जा रही है।

By Edited By: Publish:Tue, 19 Feb 2019 09:13 AM (IST) Updated:Tue, 19 Feb 2019 09:13 AM (IST)
'तंदूरी' चाय की चुस्की, 'लेटो' का जायका
'तंदूरी' चाय की चुस्की, 'लेटो' का जायका

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : अरे वाह, ये कैसी चाय है। अच्छा टेस्ट है। कुल्हड़ ही गर्म कर उसमें चाय बनाई जा रही है। ये बातचीत दो दोस्तों के बीच है जो बिष्टुपुर के गोपाल मैदान में लगे फूड फेस्टिवल के एक स्टाल पर तंदूरी चाय पी रहे थे। शाही टुकड़ा और लेटो के बाद ये यही स्टाल था जहां लोगों का हुजूम जुटा था। चाय पीने वालों के अलावा, इसके बनने की विधि देखने वाले भी थे। कई मोबाइल से तंदूरी चाय बनाने की विधि का अपने मोबाइल से वीडियो बना रहे थे। यहां सादे कुल्हड़ में तंदूरी चाय 12 रुपये में और नक्काशी दार कुल्हड़ में 15 रुपये में मिल रही थी। मसाला चाय की कीमत 20 रुपये है।

यहां चाकलेट चाय भी बन रही है। सभी चाय का स्वाद बेजोड़ है। सोनारी की शीलू भी बड़े हैरत से तंदूरी चाय बनाने का तरीका देख रही थी। वीडियो बनाते हुए अपनी सहेली रेणू से बोली अरे ये वही चाय है जिसके बारे में फेसबुक के वीडियो में देखा था। मानगो की शाहीन तंदूरी चाय के कारीगर से चाय बनाने का तरीका पूछने लगी। कारीगर राजस्थानी पोशाक में था। लोग उसके बारे में जानने को बेताब थे। कारीगर ने खुद का नाम मनोज सिंह मोदक बताया। वो पुरुलिया के बड़ा बाजार का रहने वाला है। उसने राजस्थान के जयपुर में चाय बनाने का तरीका सीखा है। उसने बताया कि जमशेदपुर में चाय की दुकान बिष्टुपुर में ब्लैक बेरी के पास और एग्रिको में मैदान के पास फाइव स्टार तंदूरी समूह ने खोली है।

-------------------- लेटो खा कर अंगुली चाटते रहे फूड फेस्टिवल में सगुन महिला समिति के स्टाल पर लेटो नामक आदिवासी व्यंजन खूब बिक रहा था। जिसने भी लेटो खाया अंगुलियां चाटता रह गया। कई महिलाएं लेटो बनाने की विधि जान रही थीं। समिति की माया सोरेन ने उन्हें बताया कि ये पिसे हुए अरवा चावल, चिकन और मटन को मिला कर बनता है। 20 रुपये में एक पत्ता लेटो लेने के लिए लोगों की कतार लगी रही। साई ब्यूटी के स्टाल पर शाही टुकड़ा खाने वालों की भी भीड़ रही। ये व्यंजन ब्रेड, खोया, दूध और चीनी से बनता है। रफत रोजी की बनाई पाव-भाजी भी खूब खाई गई। -- होटलों के स्टाल पर भी रही भीड़ स्ट्रीट फूड फेस्टिवल में कई नामी होटलों के भी स्टाल लगे थे। इनमें रमाडा, दयाल इंटरनेशनल, होटल अल्कोर आदि के स्टाल पर तरह-तरह के व्यंजन थे। इनमें माकटेल, फ्रेंच फ्राइज, चिकन चाप, लच्छा पराठा आदि का लुत्फ लोग ले रहे थे। ब्राउन ब्रंच के स्टाल पर किस्म-किस्म के केक थे।

---------------------- आकर्षण का केंद्र रहीं कलाकृतियां 35 स्टाल पर 70 महिला स्वयंसहायता समूहों ने अपनी कलाकृतियां व अन्य उत्पादों की बिक्री की। इन स्टालों पर महिला समूहों द्वारा बनाए गए स्वेटर, शाल, मूर्तियां, टैडीबियर, फिनायल, चाक, चाबी केस, लकड़ी के काम आदि की खूब बिक्री हुई। मेले में शाम छह बजे से आठ बजे तक रंगारंग कार्यक्रम हुए। इसमें एलडी ब्रदर्स के कलाकार और मनीष कुमार ने गायन और नृत्य का समा बांधा। -

-- पीएम आवास के 2000 फार्म जमा शहरी समृद्धि उत्सव में लगे स्टाल से 10 हजार लोग पीएम आवास के तहत किफायती फ्लैट के फार्म ले गए। इनमें से 2000 फार्म जमा हुए। कुल 65 00 फार्म अब तक जमा हो चुके हैं। -- वेंडरों की ट्रेनिंग आज स्ट्रीट फूड फेस्टिवल में मंगलवार को सुबह साढ़े नौ बजे शहर के वेंडरों को ट्रेनिंग दी जाएगी। ये ट्रेनिंग दिल्ली से मुनीश की अगुवाई में आई एसएसएफसीआइ की दो सदस्यीय टीम देगी। वेंडरों को साफ-सुथरे माहौल में व्यंजन परोसने के टिप्स दिए जाएंगे। मेले में शाम चार बजे रंगारंग कार्यक्रम होंगे।

------- रीडर कनेक्ट फूड फेस्टिवल में काफी मजा आया। यहां कई व्यंजनों का हमने लुत्फ उठाया। योजनाओं के बारे में भी जानने को मिला। प्रभा देवी, बाबूडीह लालभट्ठा -- मेले में बच्चे भी लुत्फ उठा रहे हैं। झूला झूल रहे हैं। समूह के कई उत्पाद बढि़या हैं। खाने-पीने की चीजें भी खूब हैं। ¨रकू कुमारी, जुगसलाई -- मेले में कई नए व्यंजन खाने को मिले। तंदूरी चाय पहली बार पी। चाट-गोलगप्पे का आनंद लिया। सुनीता कुमारी, जुगसलाई - मेले में चाकलेट चाय का लुत्फ लिया। ढोकला खाया। मेला घूमने में मजा आया। मंत्री का भाषण भी सुना। शबीना, गोलमुरी -- मेला अच्छा है। यहां घूमने में मजा आ रहा है। कई तरह के व्यंजन मिल रहे हैं। हमने कई व्यंजन टेस्ट किए। पूनम, सोनारी -- मेले में एक से बढ़ कर एक व्यंजन हैं। शाही टुकड़ा काफी पसंद आया। मेले में महिलाओं के बनाए कई उत्पाद हैं। सबा मुस्कान, शास्त्रीनगर - हम स्ट्रीट फूड फेस्टिवल घूमने आए हैं। बड़ा मजा आ रहा है। खाने-पीने के कई व्यंजन हैं। लेटो काफी अच्छा लगा। सुमन, भुइयांडीह -- मेले में कई उत्पाद अच्छे लगे। मैंने समूह की महिलाओं का बनाया पर्स लिया है। बेहद अच्छा है। रेणुका, भुइंयाडीह

-- इस तरह के आयोजन सरकार को करने चाहिए। घूमने में बड़ा मजा आया। तंदूरी चाय पहली बार पी। मनीषा, भुइयांडीह -- मेला बढि़या है। हम सबको अपने उत्पाद यहां बेचने का मौका मिला है। हमारा शाही टुकड़ा खूब पसंद किया जा रहा है। मेघा, एग्रिको -- मेले में हमने खाने-पीने का खूब आनंद उठाया है। फूड फेस्टिवल अच्छा है। एक से बढ़ कर एक व्यंजन हैं। पूजा कुमार, टेल्को -

---------- फूड फेस्टिवल अच्छा है। यहां फलों के साथ ही सब्जियों का जूस खूब बिक रहा है। लोग पसंद कर रहे हैं। लोकेश्वर साहू, कोलकाता जूस -- लेटो व्यंजन खूब बिक रहा है। लोग खूब खा रहे हैं। सुबह बनाया सारा लेटो बिक गया। दोबारा बनाना पड़ा। माया सोरेन, परसुडीह --

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