जीएसटी में धांधली को रोकना सरकार के लिए बहुत बड़ी चुनौती : जतिन हरजाई
GST. रिर्सजेन्स-चेंजिंग डाइमेंशन ऑफ परफॉर्मेंस विषय पर आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन के दूसरे दिन शनिवार जयपुर से आये वक्ता सीए जतिन हरजाई ने कहा कि फेक इनवाइस इनपुट क्रेडिट में धांधली को रोकना सरकार के लिए बहुत बड़ी चुनौती है।
जमशेदपुर, जासं। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट (आईसीएआई), जमशेदपुर शाखा द्वारा रिर्सजेन्स-चेंजिंग डाइमेंशन ऑफ परफॉर्मेंस विषय पर आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन के दूसरे दिन शनिवार जयपुर से आये वक्ता सीए जतिन हरजाई ने कहा कि फेक इनवाइस, इनपुट क्रेडिट में धांधली को रोकना सरकार के लिए बहुत बड़ी चुनौती है।
जीएसटी में फेक इनवाइस से यह मतलब है कि आपूर्तिकर्ता ने माल की आपूर्ति किए बिना इनवाइस जारी कर दिया है या फिर यह भी कहा जा सकता है कि माल की आपूर्ति उस व्यक्ति को किया जिसे इनवाइस की आवश्यकता नहीं है। इनवाएस उस रजिस्टर्ड डीलर को दिया गया जिसे माल की जरूरत नहीं। इस प्रकार से जीएसटी में बेईमान आपूर्तिकत्ताओं द्वारा सरकार को करोड़ों रुपये की चपत लगाई जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि 99 प्रतिशत से अधिक व्यापारकर्ता का टैक्स कम्प्लायंस है। मात्र एक प्रतिशत व्यापारकर्ता के कारण ही सरकार को सख्त टैक्स निसम एवं कानून बनाने पड़ रहे हैं। जिससे इमानदार टैक्स अदा करने वालों भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
कोई भी इंस्टीट्यूट में कर सकता हैं शिकायत
दूसरे सत्र में मुंबई से आये सीए चंद्रशेखर वेज ने कोड ऑफ इथिक्स पर बताया कि चार्टर्ड एकाउंटेंट ऐसा पेशा है जिसमें कोई भी व्यक्ति इंस्टीट्यूट को शिकायत कर सकता हैं। भले ही वह व्यक्ति किसी भी प्रकार से वाद में पार्टी नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि समाज एवं पूरा विश्व चार्टर्ड एकाउंटेंट से बहुत आशा करते हैं। हमें अपना उत्तरदायित्व बहुत अच्छे से निभाना हैं।
एकाउंटेंट स्टैंडर्ड का अनुपालन करें
तीसरे सत्र में पुणे के सीए पराग कुलकर्णी ने एकाउंटेट स्टैंडर्ड की बारीकियों को समझाते हुए बताया कि एकाउंटेंट स्टैंडर्ड हमारे इंस्टीट्यूट द्वारा निर्धारित हैं। उस स्टैंडर्ड के अनुरुप ही हमें अनुपालन करना चाहिए। यदि एक चार्टर्ड एकाउंटेंट र्सटैंडर्ड के अनुरूप कोई भी फायनांशियल रिपोर्ट तैयार करेंगे तो वे दोष रहित होंगे।
ये रहे मौजूद
बिष्टुपुर स्थित अलकोर होटल में आयोजित हुए सेमिनार के दूसरे दिन शनिवार को प्रथम सत्र की अध्यक्षता सीए सिद्धार्थ खंडेलवाल ने, दूसरे सत्र की अध्यक्षता सीए विनोद खेमकाने और तीसरे सत्र की अध्यक्षता सीए अलोक कुमार ने की। दूसरे दिन भी सम्मेलन में लगभग 150 एकाउंटेंट शारीरिक रूप से जबकि 200 से ज्यादा एकाउंटेंट ऑनलाइन देश भर से जुड़ें। सम्मेलन को सफल बनाने में सीए सीके त्रिपाठी, पवन अग्रवाल, दयाशंकर, स्नेहा सरायवाला, शशि सरायवाला, महेश अग्रवाल, रवि अग्रवाल, योगेश षर्मा, विकाश अग्रवाल, रमाकांत गुप्ता, विनोद सरायवाला की सक्रिय भूमिका रही।