Makar Sankranti 2021 : दक्षिण भारतीय समाज ने मनाया पंडुगु, पोंगल व संक्रांति, मंदिरों में हुआ पलदानुम

Makar Sankranti 2021. जमशेदपुर में रहने वाले दक्षिण भारतीय समाज ने विभिन्न तरीकों से मकर संक्रांति मनाया। तेलुगु समाज में पंडूगा तो तमिल समाज में पोंगल तथा केरलियन समाज में इसे मकर संक्रांति के ही नाम से मनाया गया।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 14 Jan 2021 05:43 PM (IST) Updated:Thu, 14 Jan 2021 05:43 PM (IST)
Makar Sankranti 2021 : दक्षिण भारतीय समाज ने मनाया पंडुगु, पोंगल व संक्रांति, मंदिरों में हुआ पलदानुम
टेल्‍को राम मंदिर में मकर संक्रांति में पूजा करते दक्षिण भारतीय समाज के लोग। जागरण

जमशेदपुर, जासं। जमशेदपुर में रहने वाले दक्षिण भारतीय समाज ने विभिन्न तरीकों से मकर संक्रांति मनाया। तेलुगु समाज में पंडूगा तो तमिल समाज में पोंगल तथा केरलियन समाज में इसे मकर संक्रांति के ही नाम से मनाया गया।

तेलुगु समाज व तमिल समाज ने अपने-अपने घरों में गुरुवार की सुबह पूर्वजों की पूजा अर्चना की। इसके बाद दान -पुण्य का कार्यक्रम चला। इस दान पुण्य के बाद सभी लोग मंदिर शाम को गए। खासकर भगवान बालाजी और श्रीराम की पूजा अर्चना की। तमिल समाज में पोंगले पोंगल बोलकर गुड़ का खीर एवं अन्य दक्षिण भारतीय व्यंजन बनाया। इसके बाद बने व्यंजनों को रख भगवान सूर्य की पूजा -अर्चना की गई। भगवान विष्णु की आराधना की गई। इस दौरान सभी सदस्यों ने नए वस्त्रों को धारण किया। सुबह एवं शाम को सभी सदस्य विभिन्न मंदिरों में मिले और एक दूसरे को बधाई दी। बिष्टुपुर राम मंदिर में पंडूगा के अवसर पर भगवान वेंकटेश्वर तथा श्रीराम की विशेष पूजा- अर्चना की गई। 

किया गया पलदानुम

बिष्टुपुर राम मंदिर में पंडूगा के अवसर पर पर पूजा-अर्चना। 

बिष्टुपुर राम मंदिर तथा टेल्को गणेश मंदिर में महिलाओं ने पलदानुम (केला, पान पत्ता, हल्दी, कुमकुम व अन्य फल वितरण) कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें पान पत्ता, केला, सुपारी, सुहाग की सामग्री का वितरण महिलाओं के बीच किया गया। हालांकि मंदिरों में पिछले साल के मुकाबले महिलाओं की भीड़ कम रही। केरलियन समाज ने मंदिरों में पूजा -अर्चना तथा घरों में रंगोली बना मकर ज्योति को जलाया। शाम को सभी ने सबरीमलाई मंदिर का लाइव कार्यक्रम देखा।

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