दक्षिण- पूर्व रेलवे ने बांग्लादेश को फिर भेजा आक्सीजन, ये है वजह

कोविड के सेकेंड वेव में मरीजों की संख्या बढ़ी और गंभीर रूप से बीमार मरीजों को आक्सीजन की आवश्यकता होने लगी तब रेल मंत्रालय ने पूरे देश में ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण किया और अप्रैल 2021 से देश भर में आक्सीजन एक्सप्रेस का संचालन कर रहा है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 05:50 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 05:50 PM (IST)
दक्षिण- पूर्व रेलवे ने बांग्लादेश को फिर भेजा आक्सीजन, ये है वजह
बांग्लादेश भेजा गया पांचवां आक्सीजन एक्सप्रेस। जागरण

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। देश में जब कोविड 19 के सेकेंड वेव में मरीजों की संख्या बढ़ी और गंभीर रूप से बीमार मरीजों को आक्सीजन की आवश्यकता होने लगी तब रेल मंत्रालय ने पूरे देश में ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण किया और अप्रैल 2021 से देश भर में आक्सीजन एक्सप्रेस का संचालन कर रहा है। इसका उद्देश्य जिन राज्यों में आक्सीजन का उत्पादन होता है वहां से जिन राज्यों में आक्सीजन की सबसे ज्यादा जरूरत है, वहां भेजा जाए।

ग्रीन कॉरिडोर बनाने का उद्देश्य भी यही था कि इन ट्रेनों को बिना किसी देरी के उनके गंतव्य स्थानों तक भेजा जाए। दक्षिण पूर्व रेलवे में अप्रैल माह से ही आक्सीजन एक्सप्रेस का संचालन किया जा रहा है। अब तक इस जोन के टाटानगर, राउरकेला और स्टील सिटी बोकारो से देश के 12 राज्यों को 20 हजार टन लिक्विड मेडिकल आक्सीजन भेजा जा चुका है।

बांग्लादेश भेजा गया पांचवां आक्सीजन एक्सप्रेस

दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर मंडल के राउरकेला स्टेशन से पांचवां आक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन बुधवार को बांग्लादेश के बेनापोल को भेजा गया। बांग्लादेश में कोविड पीड़ित मरीजों के उपचार के लिए बांग्लादेश के बेनापोल के लिए पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन टाटानगर से 24 जुलाई को रवाना किया गया था। अब तक बांग्लादेश के लिए चार ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनें भेजी जा चुकी हैं। प्रत्येक ट्रेन में 200 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) लदा हुआ था। बुधवार को राउरकेला से इस ट्रेन से रवाना किए जाने के साथ दक्षिण पूर्व रेलवे के क्षेत्राधिकार से बांग्लादेश के लिए पांच आक्सीजन एक्सप्रेस की मदद से कुल 983 टन लिक्विड मेडिकल आक्सीजन भेजा जा चुका है।

दक्षिण पूर्व रेलवे इन राज्यों को भेज चुका है लिक्विड आक्सीजन

दक्षिण पूर्व रेलवे ने अब तक नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, असम, हरियाणा, तेलंगाना, तमिलनाडु, उत्तराखंड, पंजाब व केरल को टाटानगर, स्टील सिटी बोकारो और राउरकेला से लिक्विड मेडिकल आक्सीजन भेजा गया है।

chat bot
आपका साथी