कोलकाता से पैतृक गांव पहुंचा सैनिक रवि सोरेन का पार्थिव शरीर, सुड़सी गांव हुआ गमगीन
Indian soldier Ravi Soren सैनिक रवि सोरेन का पार्थिव शरीर कोलकाता से पैतृक गांव पहुंचा। शव पहुंचते ही सुड़सी गांव गमगीन हो उठा। हर आंखें नम थी एवं दिलों में अपने अजीज को खाने का गम था। उनका पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया।
राजनगर (सरायकेला-खरसावां), जागरण संवाददाता। सैनिक रवि सोरेन का पार्थिव शरीर मंगलवार को राजनगर स्थित उनके पैतृक गांव सुड़सी पहुंचा। कोलकाता से रवि सोरेन का शव अहले सुबह जमशेदपुर सोनारी स्थित आर्मी कैंप लाया गया। यहां गार्ड ऑफ ऑनर देने के बाद आर्मी के जवान और अफसरों ने मंगलवार सुबह रवि सोरेन का पार्थिव शरीर उसके गांव सुड़सी पहुंचाया। तिरंगे में लिपटे रवि सोरेन का शव पहुंचते ही गांव का माहौल गमगीन हो गया। वहीं इस दौरान उसकी पत्नी शिवानी सोरेन का रो रो कर बुरा हाल था। वह बार बार बेसुध हो रही थी।
परिजन उसे बार-बार संभाल रहे थे। वहीं रवि की मां करुणा सोरेन, छोटा भाई सुधीर सोरेन एवं राजेश सोरेन सहित पूरे परिवार रवि के समय निधन से काफी मर्माहत हैं। सेना के अफसरों ने पत्नी शिवानी एवं परिजनों को तिरंगा थमाया। स्थानीय पुलिस एवं सेना के जवानों ने गांव में पार्थिव शरीर को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद शाम को ही संथाली रिती रिवाज से रवि सोरेन का अंतिम संस्कार किया गया। ज्ञात हो कि थल सैनिक नायक रवि सोरेन बिहार रेजिमेंट -8 के जवान थे। वर्ष 2010 में आर्मी में भर्ती हुए थे। 2018 में ही उनकी शादी हुई थी। बीते लगभग तीन महीने से कोलकाता में उसका इलाज चल रहा था। उसे किडनी की गम्भीर बीमारी थी। इलाज के दौरान रविवार सुबह उसकी मौत हो गई।