श्याम रंग में रंगा साकची शिव मंदिर, गूंजे खाटू वाले के जयकारे

श्याम बाबा की निकली निशान यात्रा निभाई गई परंपरा 101 भक्तों ने थामा श्याम नाम का ध्वज।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2021 09:00 AM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2021 09:00 AM (IST)
श्याम रंग में रंगा साकची शिव मंदिर, गूंजे खाटू वाले के जयकारे
श्याम रंग में रंगा साकची शिव मंदिर, गूंजे खाटू वाले के जयकारे

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : श्री श्री साकची शिव मंदिर एवं श्री श्याम परिवार का 32वां श्री श्री श्याम महोत्सव मंगलवार को शिव मंदिर में धूमधाम से मनाया गया। महोत्सव को लेकर पूरे मंदिर परिसर समेत पुष्पों से सुसज्जित श्याम बाबा का विशाल दरबार सजाया गया था। कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करते हुए भक्तों ने लाइन में लगकर बाबा का दर्शन किया और ज्योत ली।

शोभा (निशान) यात्रा की परंपरा बनी रहे इसलिए 101 भक्तों द्वारा श्याम नाम की ध्वजा लिए शोभा यात्रा निकाली गयी। निशान यात्रा का शुभारंभ साकची शिव मंदिर में पूजा अर्चना के बाद बाबा के जयकारे से हुई, जो साकची पलंग मार्केट चौक, कालीमाटी रोड़, सागर होटल चैक से काशीडीह होते हुए वापस मंदिर पहुंच कर बाबा श्याम को निशान अर्पित किया गया। शोभा यात्रा के दौरान जय श्री श्याम, शीश के दानी, हारे का सहारा के जयघोष पूरे रास्ते गूंजता रहा। शोभा यात्रा में सबसे आगे एक वाहन पर सजा बाबा श्याम का दरबार के साथ दो बड़े ध्वजा एक बाबा श्याम और दूसरा हनुमान जी को लिए भक्त चल रहे थे। मालूम हो कि हर साल विराट शोभा (निशान) यात्रा मंदिर परिसर से निकली जाती थी, लेकिन इस साल कोरोना के कारण परंपरा को बनाये रखने का प्रयास किया गया।

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रात के भजन में झूमे श्रद्धालु, गर जोर मेरो चाले हीरा मोत्या से नजर उतार दू..

रात 9 बजे से देर रात प्रभु ईच्छा तक भजनों की अमृत वर्षा हुई। आमंत्रित भजन गायक जयपुर के अविनाश शर्मा ने मधुर भजनों की अमृत वर्षा कर भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया। टाटानगर के भजन गायक महावीर अग्रवाल ने गणपत बलकारी जी.. से भजन कार्यक्रम का शुभारंभ किया। भजन गायकों ने कीर्तन में यूं ही होता रहे तेरा ये दीदार सांवरे.., हारे के सहारे आजा तेरा दास पुकारे.., अपने दिल का हाल म्हे सुनावण आया हैं.., दीनानाथ मेरी बात छानी कोनी तेरे से.., गर ताली बजाओ.., खुला हुआ है खुला रहेगा.., मोर छड़ी लहराई रे रसिया ओ सांवरा.., नैना ने सुरतिया तेरी बहुत सतावें रे.., गर जोर मेरो चाले हीरा मोत्या से नजर उतार दू.., प्यारा प्यारा श्याम धनी का खूब सज्या दरबार.., मेरे सपनों मे आते हैं बाबा श्याम.. आदि भजनों की प्रस्तुति दी। फाल्गुनी धमाल पर देर रात तक मस्ती में सराबोर रहे भक्तों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर फागुन (होली) की बधाई दी।

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इनका रहा योगदान

इस धार्मिक अनुष्ठान को सफल बनाने में प्रमुख रूप से सुभाष साह, कमलेश चैधरी, नरेश अग्रवाल, उमेश साह, नरेश सिंहानिया, सुरेश अग्रवाल, बबलू अग्रवाल, मोहित साह, गिरधारी लाल खेमका, पवन खेमका, ऋषभ मूनका, सुभम देबुका, शंकर लाल अग्रवाल, मनोज अग्रवाल पप्पू, तुषार जिदल, यश अग्रवाल, अंकित मूनका, मनीष शर्मा, घनश्याम अग्रवाल, अमर डंगबजिया, उमंग अग्रवाल, विवेक अग्रवाल, अमन खेमका, अमन नरेड़ी, विवेक अग्रवाल, महेश अग्रवाल, अमित साह, राहुल चैधरी आदि का योगदान रहा।

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