पीपल के पत्ते पर देखें ताजमहल, लाल किला, चारमीनार... इस युवक ने किया कमाल, एशिया बुक में बनाई जगह
स्टील सिटी जमशेदपुर प्रतिभाओं की खान है। यहां के एक युवक ने पीपल के पत्ते पर ताजमहल लालकिला चारमीनार जैसी ऐतिहासिक तस्वीर उकेर कमाल कर दिया है। उनकी इस उपलब्धि को देखते हुए एशिया बुक ने सम्मानित किया है।
जमशेदपुर, जासं। कलाकार कब क्या प्रयोग कर दे, कहा नहीं जा सकता। आप जिस चीज को असंभव समझते हैं, कलाकार वहां भी पहुंच सकता है। रतन टाटा के शहर जमशेदपुर के एक कलाकार को पेंसिल की नोंक पर कलाकृति बनाने में महारत थी, लेकिन अब जो युवक सामने आया है, उसने पीपल के पत्तों पर कमाल किया है।
जमशेदपुर से सटे सरायकेला-खरसावां जिला स्थित चांडिल के भरतजीत महतो पीपल के पत्ते पर ताजमहल, लाल किला, चारमीनार, इंडिया गेट आदि के अलावा कई हस्तियों के चित्र उकेरे हैं। जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित केएमपीएम कॉलेज के छात्र रहे 23 वर्षीय भरतजीत को इसके लिए एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में जगह मिली है। इस तरह का कारनामा करने वाले वह झारखंड-बिहार के अकेले कलाकार हैं। चांडिल के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर से प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण करने वाले भरत अब सरकारी नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं।
यूट्यूब से मिला आइडिया
भरतजीत को पीपल के पत्ते पर चित्र उकेरने का आइडिया यूट्यूब से मिला था। एक दिन जब वे लॉकडाउन में खाली बैठे यूट्यूब देख रहे थे, तो उन्हें लीफ आर्ट सीखने की ललक पैदा हुई। यूट्यूब पर देख-देखकर उन्होंने नियमित रूप से अभ्यास शुरू कर दिया। उनकी लगन को देखकर हर कोई हैरान था। घ्रर वालों को भी लगा कि पता नहीं भरत इससे क्या हासिल कर लेगा, लेकिन भरत को पूरा विश्वास था कि वह इसमें पारंगत होकर रहेगा। लगभग चार माह में ऐसा हो भी गया। भरत को एक चित्र बनाने में अब एक घंटे लगते हैं। लीफ आर्ट केरल में ज्यादा प्रचलित है। इसमें पत्ते को ब्लेड से काटकर चित्र बनाए जाते हैं।
अब तक इनके चित्र उकेरे
आगरे का ताजमहल, दिल्ली का लाल किला, इंडिया गेट, अमर जवान ज्योति, कुतुबमीनार, लोटस टेम्पल आदि। हैदराबाद स्थित चारमीनार, जयपुर (राजस्थान) स्थित आमेर का किला, कर्नाटक का मशहूर मैसूर का किला व महाराष्ट्र के औरंगाबाद स्थित बीबी का मकबरा के अलावा कई अभिनेताओं-उद्योगपतियों के चित्र भी बनाए हैं।