साड़ी या सलवार-समीज में दिखें स्कूली छात्राएं, भारतीय जन महासभा की अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन मीटिंग में आया प्रस्ताव

Bhartiya Jan Mahasabha दुष्कर्म व लड़कियों के साथ छेड़खानी के मामले कम करने के लिए स्कूली छात्राओं को साड़ी या सलवार-समीज जैसे ड्रेस को अनिवार्य किया जाए जिससे उनका पूरा शरीर ढंका रहे। ये रही बैठक की पूरी जानकारी।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 11:10 AM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 11:10 AM (IST)
साड़ी या सलवार-समीज में दिखें स्कूली छात्राएं, भारतीय जन महासभा की अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन मीटिंग में आया प्रस्ताव
भारतीय जन महासभा की आनलाइन मीटिंग में शामिल प्रतिनिधि।

जमशेदपुर, जासं। भारतीय जन महासभा ने इंटरनेट मीडिया पर अश्लीलता व दुष्कर्म की घटनाओं को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की ऑनलाइन मीटिंग की, जिसमें यह चर्चा हुई कि दुष्कर्म व लड़कियों के साथ छेड़खानी के मामले कम करने के लिए स्कूली छात्राओं को साड़ी या सलवार-समीज जैसे ड्रेस को अनिवार्य किया जाए, जिससे उनका पूरा शरीर ढंका रहे।  ऑनलाइन मीटिंग की अध्यक्षता राजेंद्र कुमार अग्रवाल ने की, जबकि संचालन संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मचंद्र पोद्दार ने किया।

इसमें इन बिंदुओं पर चर्चा हुई  सभी सोशल साइट्स से विभिन्न प्रकार की अश्लील वीडियो व सामग्री हटाई जाए। छात्राओं की स्कूली ड्रेस स्कर्ट की जगह फुल कराई जाए। दुष्कर्म मामले में और भी कड़ा कानून बनाया जाए व नाबालिग को भी सजा देने का प्रविधान हो।  भारत को स्वतंत्र कराने के लिए जिन क्रांतिकारियों ने अपना बलिदान दिया उनके व और भी महापुरुषों के बारे में पढ़ाया जाए।

केंद्र सरकार के मंत्रालयों को सौंपा जा चुका ज्ञापन

धर्मचंद्र पोद्दार ने बताया कि 25 व 26 अक्टूबर को नई दिल्ली में उन्होंने सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, कानून मंत्रालय व शिक्षा मंत्रालय को भारतीय जन महासभा द्वारा इन मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपा गया था। दुख की बात है कि अभी तक इन तीनों मंत्रालय से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। मीटिंग में निर्णय लिया गया कि सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, कानून मंत्रालय व शिक्षा मंत्रालय को संबंधित विषयों पर एक बार और मेल करके अपनी मांगों को रखा जाए। इसके बाद भी अगर इन मंत्रालयों द्वारा सकारात्मक पहल नहीं की गई और मांगों को नहीं माना गया तो फिर वैसी स्थिति में भारतीय जन महासभा के अधिकाधिक लोग आगामी समय में नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर फिर से धरना देने के लिए बाध्य होंगे और इसकी सारी जिम्मेदारी इन मंत्रालयों की होगी।

देश-विदेश के 17 स्थानों से 21 लोग मीटिंग में हुए शामिल

आनलाइन मीटिंग में जमशेदपुर (झारखंड), जयपुर (राजस्थान), अजमेर (राजस्थान), झालावाड़ (राजस्थान), बक्सर (बिहार), गोंडा (उत्तरप्रदेश), मेरठ (उत्तरप्रदेश), प्रयागराज (उत्तर प्रदेश), जींद (हरियाणा), भागलपुर (बिहार), पाकुड़ (झारखंड), गोड्डा (झारखंड), मेघालय, पुणे (महाराष्ट्र), नागपुर (महाराष्ट्र), नई दिल्ली व सिंगापुर से प्रमोद खीरवाल, डा. अवधेश कुमार अवध, पवन सिंगला, ओमप्रकाश अग्रवाल, मधु खंडेलवाल, वत्सला श्रीवास्तव, राधा गोयल, अजय सिंह, सत्येंद्र पांडेय 'शिल्प', लक्ष्मी गुसाईं, लक्ष्मी सिंह, कृष्णा कुमार साहा, विजय शंकर खरे, काजल सिन्हा, बिदेह नंदनी चौधरी, अनुसूया अग्रवाल, सबिता ठाकुर दीप, आशुतोष गोयल, हरीश चंद्र आर्य आदि शामिल थे। धन्यवाद ज्ञापन झालावाड़ की वत्सला श्रीवास्तव ने किया।

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