कक्षाओं मे बगैर सैनिटाइजेशन बैठे छात्र, स्कूलों में 50 फीसद ही उपस्थिति
शहर के स्कूल कक्षा आठ से ऊपर व कॉलेज सोमवार से ऑफलाइन कक्षा के लिए खुल गए। पहले दिन सरकारी स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति 50 प्रतिशत रही तो कॉलेजों में लगभग इतने ही छात्र उपस्थित रहें। कॉलेजों में साफ-सफाई की व्यवस्था उतनी सही नहीं रही। कहीं पर भी छात्रों की कोई थर्मल स्क्रीनिंग नहीं हुई। बस जैसे तैसे शारीरिक दूरी का पालन करते हुए कक्षाएं ली गई।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : शहर के स्कूल कक्षा आठ से ऊपर व कॉलेज सोमवार से ऑफलाइन कक्षा के लिए खुल गए। पहले दिन सरकारी स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति 50 प्रतिशत रही तो कॉलेजों में लगभग इतने ही छात्र उपस्थित रहें। कॉलेजों में साफ-सफाई की व्यवस्था उतनी सही नहीं रही। कहीं पर भी छात्रों की कोई थर्मल स्क्रीनिंग नहीं हुई। बस जैसे तैसे शारीरिक दूरी का पालन करते हुए कक्षाएं ली गई।
कोल्हान विश्वविद्यालय द्वारा रविवार की शाम को ऑफलाइन कक्षाओं को नोटिफिकेशन आनन-फानन में कक्षाएं तो ले ली गई, लेकिन कक्षाओं का किसी तरह से सैनिटाइजेशन नहीं हो पाया। वहीं सरकारी स्कूलों में कोविड-19 के निर्देशों का पूरी तरह पालन किया गया। स्कूलों में छात्रों द्वारा लाया गया शपथ पत्र जमा करने के बाद उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई तथा कक्षाओं में बैठाया गया। स्कूल के कक्षाओं को एक दिन पूर्व ही सैनिटाइज किया गया।
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कॉलेजों में ऑफलाइन कक्षाओं के लिए नहीं बनीं रूटीन
कोल्हान विश्वविद्यालय के कॉलेजों में छात्रों की भीड़ को नियंत्रित करने तथा पठन-पाठन के लिए अलग से कोई रूटीन नहीं बनी। सभी पुराने रूटीन के अनुसार कक्षाएं ली गई।
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मिथिला स्कूल में नहीं आए बच्चे
मिथिला स्कूल सोनारी में कक्षा आठवीं एवं नौवीं के बच्चे नहीं आए। इसके पीछे का कारण यह बताया जा रहा है कि यहां के अभिभावक लिखित शपथ पत्र समर्पित नहीं करना चाह रहे हैं।
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-इतने दिन बाद हम स्कूल पहुंचे। ऑनलाइन क्लास से हम बोर हो गए थे। कम से कम ऑफलाइन कक्षा में पठन-पाठन से थोड़ी सी मानसिक संतुष्टि मिल रही है। शिक्षकों के समक्ष पढ़ने से मन की शंकाएं तत्काल दूर होती है।
- प्रिया कुमारी, छात्रा
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-सरकारी स्कूलों में ऑफलाइन कक्षाओं के लिए पहले से दिशा-निर्देश दे दिया गया था। इस कारण सभी स्कूल तैयार थे। कहीं पर कोई दिक्कत नहीं हुई। पहले दिन छात्रों की उपस्थित कम रही। उम्मीद है दो-तीन दिन में स्थिति सुधर जाएगी।
-एसडी तिग्गा, जिला शिक्षा पदाधिकारी, पूर्वी सिंहभूम।