Sawan 2021: बिष्टुपुर राम मंदिर में हर सोमवार को होगा रुद्राभिषेक, ऑनलाइन दर्शन की होगी व्यवस्था
कोरोना गाइडलाइन के तहत मंदिरों में आम लोगों के प्रवेश की मनाही है। इस वजह से जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित राम मंदिर में सावन की हर सोमवारी को रूद्राभिषेक होगा जिसके दर्शन की आनलाइन व्यवस्था होगी। सावन की पहली सोमवारी को मंदिरों में जलाभिषेक हो रहा है।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। जमशेदपुर के बिष्टुपुर राम मंदिर में सावन के हर सोमवार को रुद्राभिषेकम होगा। ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था रहेगी। सावन के पहले सोमवार 26 जुलाई को शिव मंदिर में रुद्राभिषेकम पंडित संतोष कुमार, पंडित शेषाद्रि, पंडित कोंडामचारुलु द्वारा पूजा -अर्चना की जा रही है।
मंदिर के अध्यक्ष बी डी गोपाल कृष्णा, महासचिव दुर्गा प्रसाद एवं वाई श्रीनिवास ने बताया कि सरकार के कोविड-19 के निर्देशों के कारण मंदिर में भक्तों को दर्शन की इजाजत नहीं होगी। भक्तगण प्रत्येक सोमवार 26 जुलाई, 2 अगस्त, 9 अगस्त, 16 अगस्त, 23 अगस्त के रुद्राभिषेकम के लिए अपना नाम एवं गोत्र मंदिर कार्यालय में फोन नंबर 0657- 2321407 पर दर्ज करा सकते हैं। जिससे भक्तों के नाम गोत्र से रुद्राभिषेकम किया जाएगा। इसे इंटरनेट मीडिया फेसबुक द्वारा प्रसारण किया जाएगा। भक्तगण घर में बैठकर सावन में शिव भगवान का दर्शन कर सकते हैं। आंध्र भक्त श्री राम मंदिर कमिटी के उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता जम्मी भास्कर ने कहा कि सावन में शिव मंदिर में जलाभिषेक की महत्ता को देखते हुए सरकार को सप्ताह में एक दिन सोमवार को भक्तो को कोविड नियमों के सभी निर्देशो का पालन करते हुए सोमवार को सुबह 5 बजे से 12 बजे तक मंदिर में शिवलिंग पर जल चढ़ाने की छूट देने पर विचार करना चाहिए।
मंदिरों में प्रवेश की छूट नहीं
कोरोना को लेकर राज्य सरकार ने मंदिरों में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा रखा है। इसके बावजूद सावन के पहले दिन रविवार को भी शहर के लगभग सभी मंदिरों में सुबह से ही चहल-पहल रही थी। वीकेंड लॉकडाउन की वजह से बाजार में दुकान नहीं खुले थे, लेकिन भक्तों ने शनिवार को ही पूजा की सामग्री खरीद ली थी। सुबह छह से करीब 11 बजे तक भक्तों ने भोले बाबा की पूजा-अर्चना की। साकची स्थित कचहरी बाबा मंदिर, शीतला मंदिर व श्रीश्री साकची शिव मंदिर में श्रद्धालुओं ने बारी-बारी से भोले बाबा का जलाभिषेक किया। मंदिर समिति के सदस्यों ने बताया कि हमने भीड़ नहीं होने दी। शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए श्रद्धालु आए और आराम से पूजा करके लौट गए। सभी श्रद्धालुओं से मास्क पहनने को कहा जा रहा था। सबने इसका पालन भी किया। प्रमुख मंदिरों के अलावा गली-मोहल्ले व कालोनी के मंदिरों में भी भोले भक्तों ने पूजा-अर्चना की। सावन की पहली सोमवारी को भी मंदिरों में पूजन किया जा रहा है।