सरयू ने फिर उठाया लौह अयस्क के अवैध खनन का मामला, मुख्यमंत्री से कार्रवाई को कहा Jamshedpur News

जमशेदपुर पूर्वी के विधायक व झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री सरयू राय ने एक बार फिर लौह अयस्क के अवैध खनन का मामला उठाया है। सरयू ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है।

By Vikas SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 08:25 PM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 08:25 PM (IST)
सरयू ने फिर उठाया लौह अयस्क के अवैध खनन का मामला, मुख्यमंत्री से कार्रवाई को कहा Jamshedpur News
सरयू ने फिर उठाया लौह अयस्क के अवैध खनन का मामला, मुख्यमंत्री से कार्रवाई को कहा Jamshedpur News

जमशेदपुर (जासं) । जमशेदपुर पूर्वी के विधायक व झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री सरयू राय ने एक बार फिर लौह अयस्क के अवैध खनन का मामला उठाया है। सरयू ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है, जिसमें कहा है कि झारखंड सहित देश के अन्य लौह अयस्कधारी राज्यों में अवैध खनन की शिकायतों की जांच करने के लिये भारत सरकार ने 22 नवंबर 2010 को शाह आयोग का गठन किया था। आयोग ने अक्टूबर 2013 में अपना प्रतिवेदन भारत सरकार को सौंप दिया। शाह आयोग को झारखंड में जांच करने का पूरा समय नहीं मिला, फिर भी आयोग ने झारखंड में लौह अयस्क खननपट्टाधारियों द्वारा की गई विभिन्न प्रकार की अनियमितताओं को उजागर किया और दोषी खननपट्टाधारियों पर करीब 14,541 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया।

आयोग ने अपने प्रतिवेदन में ङ्क्षचता व्यक्त की है कि 'यदि खनन पट्टों की स्वीकृति और खनन की रफ्तार ऐसे ही चलती रही तो झारखंड का लौह अयस्क भंडार अगले 43 वर्ष में समाप्त हो जाएगा। अगली पीढ़ी के लिए कुछ भी नहीं बचेगा और सारंडा का प्रसिद्ध साल वन उजड़ जाएगा। आखिर कैसे आयोग के निर्देशों का उल्लंघन किया गया। दोबारा दागी पट्टाधारकों को खनन का अधिकार कैसे मिला, सबकी जांच होनी चाहिए। सरयू ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे एसआइटी का गठन कर पूरे मामले की जांच कराएं, ताकि दोषियों को सजा मिले। 

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