Sarhul in Jharkhand 2021: सरहुल पर भी कोरोना का असर, नहीं निकलेगी शोभायात्रा
Sarhul in Jharkhand 2021 कोरोना की दूसरी लहर ने सभी पर्व-त्योहार पर असर डालना शुरू कर दिया है। इसकी वजह से अब 15 अप्रैल को निकलने वाली शोभायात्रा को स्थगित कर दिया गया है। केंद्रीय सरहुल पूजा समिति ने इसकी घोषणा की है।
जमशेदपुर, जासं। कोरोना की दूसरी लहर ने सभी पर्व-त्योहार पर असर डालना शुरू कर दिया है। इसकी वजह से अब 15 अप्रैल को निकलने वाली शोभायात्रा को स्थगित कर दिया गया है। केंद्रीय सरहुल पूजा समिति द्वारा रविवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में राकेश उरांव ने बताया कि कोरोना संक्रमण के दूसरे चक्र में लगातार हो रही वृद्धि के कारण देशहित व समाज हित को ध्यान रखकर केंद्रीय सरहुल पूजा समिति,पूर्वी सिंहभूम ने यह निर्णय लिया है इस वर्ष शोभायात्रा का आयोजन नही किया जाएगा। हालांकि सभी सरना स्थलो में शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए पारंपरिक विधि-विधान से पूजा की जाएगी।
विदित हो कि प्रतिवर्ष सरहुल के अवसर पर समिति द्वारा एक विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया जाता था, जिसमें आदिवासी एव मूलवासी समाज के महिला-पुरुष,बच्चे-बच्चियां,अपने पारंपरिक परिधान एव वाद्य यंत्र के साथ शोभायात्रा में शामिल होते थे। समिति ने सभी समाज के अगुआ से अपने-अपने स्तर पर लोगों के बीच जागरूकता फैलाने की अपील भी की है। सभी को मास्क पहनकर ही पूजा स्थल पर आने को कहा है। समिति ने प्रशासन को हरसंभव मदद करने का भरोसा दिया है।
बंदी उरांव को दी श्रद्धांजलि
संवाददाता सम्मेलन से पूर्व सरहुल समिति ने बिहार सरकार के पूर्व मंत्री स्वर्गीय बंदी उरांव को श्रद्धांजलि अर्पित की। शोक सभा का आयोजन कर उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित किया गया और उनके आदर्शो व विचारों पर चलने का संकल्प लिया गया।
इनकी रही उपस्थिति
आज के इस सम्मेलन में जुगल बरहा, शंभू मुखी डुंगरी, गोमिया सुंडी, नंदलाल पातर, लक्षमी तुरी, बिंदु पाहन, खुद्दु उरांव, उपेंद्र बानरा सोमा कोया, संतोष पूर्ती, बुधराम खालखो, प्रकाश कोया, अनूप टोप्पो, दुर्गामानि, बबलू खालखो, गंगाराम तिर्की, राजेन कुजूर, प्रेमानंद सामद, सिकंदर कुंकल, सोनू खालखो आदि उपस्थित थे।