Jamshedpur: कोरोना से पोटका के पूर्व विधायक सनातन माझी की मौत, कोलकाता में थे इलाजरत

Sanatan Majhi Passes Away. झारखंड के पूर्वी सिंहभूम के पोटका क्षेत्र के पूर्व विधायक सनातन माझी की मौत हो गइ। सनातन कोरोना से पीडित थे। कोलकाता के केसी अस्पताल में इलाज के दौरान वे जिंदगी की जंग हार गए।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 29 Apr 2021 02:15 PM (IST) Updated:Thu, 29 Apr 2021 02:15 PM (IST)
Jamshedpur: कोरोना से पोटका के पूर्व विधायक सनातन माझी की मौत, कोलकाता में थे इलाजरत
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ सनातन माझी। फाइल फोटो

जमशेदपुर, जासं। झारखंड के पूर्वी सिंहभूम के पोटका के पूर्व विधायक सनातन माझी की मौत हो गइ। सनातन कोरोना से पीडित थे। कोलकाता के अस्पताल में इलाज के दौरान वे जिंदगी की जंग हार गए। उनके निधन की खबर से राजनीति गलियारे में शोक की लहर दौड गइ है।

कोल्हान में गुरुवार को कोरोना से दूसरे राजनीतिज्ञ की मौत खबर सनातन माझी की मौत की खबर के रूप में सामने आइ। इससे पहले सिंहभूम के पूर्व सांसद एवं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा की मौत टाटा मोटर्स अस्पताल में इलाज के दौरान हो गइ। गिलुवा भी कोराना पीडित थे। सनातन माझी पोटका विधानसभा क्षेत्र से दो बार निर्दलीय विधायक रहे। वर्तमान में वे झामुमो से जुड़े थे। सनातन माझी (80)  के निधन की खबर से झारखंड मुक्ति मोर्चा समेत तमाम राजनीतिक दलों में शोक की लहर फैल गई है। हंसमुख व मिलनसार स्वभाव की वजह से ये सभी दल के नेताओं में लोकप्रिय थे।

मेडिट्रिना अस्पताल से ले जाए गए थे कोलकाता

कोरोना संक्रमित होने के बाद ये होम आइसोलेशन में थे। उन्हें 20 अप्रैल को आदित्यपुर स्थित मेडिट्रिना अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनकी स्थिति पर डॉक्टरों की टीम निगरानी कर रही थी। फिर भी हालत बिगड़ती गई। इसके बाद उन्हें कोलकाता ले जाया गया, जहां गुरुवार १२ बजे को इनका निधन हो गया। सनातन मांझी 1969 और 1972 में पोटका विधानसभा क्षेत से निर्दलीय विधायक चुने गए थे। वे 1980-1992 तक एकीकृत सिंहभूम में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष भी रहे। इंदिरा गांधी ने उन्हें कांग्रेस में शामिल कराया था। सनातन के कांग्रेस अध्यक्ष रहते ही जमशेदपुर के बिष्टुपुर में कांग्रेस का कार्यालय खुला था जो आज भी है। बीच में करीब ढाई साल तक बाबूलाल मरांडी के साथ झारखंड विकास मोर्चा में भी थे। इसके बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा में आ गए। फिलहाल ये झारखंड मुक्ति मोर्चा में ही थे। इनके पुत्र बाबू माझी झारखंड मुक्ति मोर्चा में क्रीडा प्रकोष्ठ के केंद्रीय उपाध्यक्ष हैं।

कई भाषा के जानकार

सनातन माझी ने बीए, एमए व बीएल तक की डिग्री हासिल की थी। ये कई भाषा के जानकार थे। इन्हें हिंदी, अंग्रेजी, बांग्ला, ओ ड़िया, संथाली, भूमिज, हो और मुंडारी भाषा का अच्छा ज्ञान था। इनका पैतृक आवास पूर्वी सिंहभूम जिले के कोवाली (पोटका) स्थित रसूनचोपा में है।

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