49 साल में पहली बार नहीं लगेगा सबुज संघ का लक्खी पूजा मेला

शहर में इस मेले की अलग पहचान है। यहां फर्नीचार की सामग्री मिलती है तो बंग्ला व्यंजन भी मिलते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 09:47 PM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 08:01 AM (IST)
49 साल में पहली बार नहीं लगेगा सबुज संघ का लक्खी पूजा मेला
49 साल में पहली बार नहीं लगेगा सबुज संघ का लक्खी पूजा मेला

जासं, जमशेदपुर : टेल्को सबुज कल्याण संघ में लगने वाला लक्खी पूजा का मेला इस बार नहीं लगेगा। 49 साल में पहली बार ऐसा होगा जब बंगाली समाज के लोग एक साथ एक दिन नहीं दिखेंगे। इस बार 30 अक्टूबर को लक्खी पूजा है, जो साधारण तरीके से होगी। वर्षों से दुर्गापूजा के बाद यहां लक्खी पूजा होता है। दीवाली के एक दिन बाद तक यहां मेला का आयोजन होता है। जहां ,खाने-पीने से लेकर मनोरंजन के सभी साधन मौजूद रहते हैं।

शहर में इस मेले की अलग पहचान है। यहां फर्नीचार की सामग्री मिलती है तो बंग्ला व्यंजन भी मिलते हैं। सबुज कल्याण संघ के महासचिव मिथिलेश घोष ने कहा कि अगले साल मेले का 50वां साल पूरा होगा। इसे भव्य तरीके से मनाया जाएगा। अगले साल का लक्खी पूजा को खास बनाने की योजना बनाई गई है। कहा कि इस बार कोरोना लेकर दुर्गापूजा व लक्खी पूजा साधारण तरीके से मनाने का निर्णय लिया गया था। सरकार की दिशा-निर्देश का पालन करते हुए पूजा या मेले का भव्य तरीके से आयोजन नहीं किया गया।

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