सबर बच्चों का आवासीय विद्यालय में हुआ नामांकन

प्रखंड के बेंद पंचायत अंतर्गत झरिया गांव के सबरों की बदहाली की खबर दैनिक जागरण में छपने के बाद उनके उत्थान एवं बेहतरी के लिए प्रशासनिक पहल शुरू हो गई है। प्रशासन द्वारा बुधवार को सबर टोला के तीन बच्चों का नामांकन अंधारिया स्थित जनजातीय आवासीय विद्यालय में कराया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 08:30 AM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 08:30 AM (IST)
सबर बच्चों का आवासीय विद्यालय में हुआ नामांकन
सबर बच्चों का आवासीय विद्यालय में हुआ नामांकन

संवाद सूत्र चाकुलिया : प्रखंड के बेंद पंचायत अंतर्गत झरिया गांव के सबरों की बदहाली की खबर दैनिक जागरण में छपने के बाद उनके उत्थान एवं बेहतरी के लिए प्रशासनिक पहल शुरू हो गई है। प्रशासन द्वारा बुधवार को सबर टोला के तीन बच्चों का नामांकन अंधारिया स्थित जनजातीय आवासीय विद्यालय में कराया गया। जिन बच्चों का नामांकन विद्यालय में कराया गया उनमें पवन सबर पिता सुशील सबर, हेमंत सबर पिता स्वर्गीय कालू सबर एवं जयदेव सबर पिता स्वर्गीय मंगल सबर शामिल है। तीनों बच्चों को विद्यालय में पहली कक्षा में भर्ती किया गया। यहां इनकी पढ़ाई के साथ साथ रहने एवं खाने पीने की व्यवस्था भी निशुल्क होगी। प्रखंड कल्याण पदाधिकारी गौरी शंकर साहू की देखरेख में तीनों बच्चों का नामांकन किया गया। इसमें अंधारिया के ग्राम प्रधान पंकज महतो की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। झमाझम बारिश के बावजूद ग्राम प्रधान अपने साथ तीनों बच्चों एवं उनके अभिभावकों को लेकर अंधारिया विद्यालय पहुंचे तथा नामांकन सुनिश्चित कराया। प्रखंड प्रशासन ने डीसी को भेजी रिपोर्ट : झरिया गांव के 19 सबर परिवारों की बदहाल स्थिति एवं पिछड़ेपन से संबंधित प्रतिवेदन प्रखंड प्रशासन ने उपायुक्त को भेज दी है। इसमें सबर परिवारों की वस्तु स्थिति का आकलन करते हुए उनके संरक्षण एवं उत्थान के लिए आवश्यक योजनाओं को स्वीकृति देने से संबंधित प्रस्ताव भी भेजा गया है। बीडीओ देवलाल उरांव ने बताया कि बिजली विभाग पीएचइडी, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग एवं पशुपालन विभाग से संबंधित पदाधिकारियों को भी इस संबंध में पत्र लिखा गया है ताकि जल्द से जल्द सबर टोला की योजनाओं पर अमल किया जा सके। विदित हो कि बीते 8 सितंबर को दैनिक जागरण में झरिया के सबरों की बदहाली एवं बेमौत मरने की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी। जिस पर संज्ञान लेते हुए डीसी सूरज कुमार ने बीडीओ को मामले की जांच कर प्रतिवेदन समर्पित करने का आदेश दिया था। इसके बाद प्रशासनिक टीम ने गांव जाकर वस्तुस्थिति का जायजा लिया था।

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