नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत चलाए जा रहे कार्यक्रमों की समीक्षा Jamshedpur
नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत चलाए जा रहे कार्यक्रमों के मूल्यांकन एवं भविष्य की कार्य योजना के लिए गुरुवार को बैठक की गयी। इस बैठक में 15वें वित्त आयोग के तहत नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के लिए आवंटित राशि से सबंधित योजनाओं पर चर्चा की गई।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत चलाए जा रहे कार्यक्रमों के मूल्यांकन एवं भविष्य की कार्य योजना के लिए गुरुवार को जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के सभागार में जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के विशेष पदाधिकारी कृष्ण कुमार, मानगो नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी दीपक सहाय एवं जुगसलाई नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी जगदीश प्रसाद यादव के साथ केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक हुई।
इस बैठक में 15वें वित्त आयोग के तहत नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के लिए आवंटित राशि से सबंधित योजनाओं पर चर्चा की गई। जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के विशेष पदाधिकारी कृष्ण कुमार ने बताया गया कि सबसे पहले प्रदूषण के स्रोतों का पता लगाने के लिए ड्रोन मैपिंग कार्य किया जा रहा है। इसके लिए सिस्टम की स्थापना जमशेदपुर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में की जाएगी। इस सिस्टम के द्वारा जमशेदपुर शहर में कहां पर कितना और किस तरह का प्रदूषण है उसका स्तर का पता लगाया जाएगा। जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी कृष्ण कुमार ने बताया कि सीएनजी चलित वाहनों की सहायता से प्रदूषण स्तर में कमी लाने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही साथ प्लांटेशन एवं अर्बन जंगल की स्थापना कर वातावरण के प्रदूषण को शुद्ध हवा से दूर करने की भी कार्य योजना है।
सीएनजी प्लांट होंगे स्थापित
उन्होंने बताया कि जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति द्वारा शहर में ही एक उचित स्थान पर सीएनजी प्लांट स्थापित किया जाएगा। जिससे शहर में इधर-उधर फैल रहे कचरे को एक स्थान पर ले जाया जा सके और कचरे के प्रदूषण से मुक्ति मिल सके। उन्होंने बताया कि प्लांट से उत्पन्न होने वाले सीएनजी से वाहनों के लिए स्वच्छ ईंधन भी प्राप्त हो सकेगा। कृष्ण कुमार ने बताया कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के टीम जमशेदपुर अक्षेस क्षेत्र, मानगो नगर निगम क्षेत्र तथा जुगसलाई नगर परिषद द्वारा किए जा रहे प्रयासों एवं भविष्य की कार्य योजना से संतुष्ट नजर आई। बैठक में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिक डीपी सिंह एवं तौफीक असलम भी मौजूद थे।