डाक बंगला में बनेगा रेस्ट हाउस व वेंडिग जोन

शहर के पुराना बाजार स्थित जिला परिषद डाकबंगला परिसर में जर्जर हो चुके विश्रामागार की जगह नया रेस्ट हाउस बनाया जाएगा। इसके साथ ही डाक बंगला की पश्चिमी चारदीवारी से सटकर वेंडिग जोन का निर्माण भी किया जाएगा जहां सड़क किनारे बैठने वाले दुकानदारों को जगह मुहैया कर उन्हें शिफ्ट कर दिया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 07:00 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 07:00 AM (IST)
डाक बंगला में बनेगा रेस्ट हाउस व वेंडिग जोन
डाक बंगला में बनेगा रेस्ट हाउस व वेंडिग जोन

संवाद सूत्र, चाकुलिया : शहर के पुराना बाजार स्थित जिला परिषद डाकबंगला परिसर में जर्जर हो चुके विश्रामागार की जगह नया रेस्ट हाउस बनाया जाएगा। इसके साथ ही डाक बंगला की पश्चिमी चारदीवारी से सटकर वेंडिग जोन का निर्माण भी किया जाएगा जहां सड़क किनारे बैठने वाले दुकानदारों को जगह मुहैया कर उन्हें शिफ्ट कर दिया जाएगा। चाकुलिया दौरे पर आए जिला के उप विकास आयुक्त परमेश्वर भगत ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि करीब 32 लाख रुपए की लागत से नया रेस्ट हाउस बनाने का प्रस्ताव है। कॉटेज की डिजाइन वाले इस रेस्ट हाउस में दो कमरे, एक हॉल, अटैच बाथरूम, किचन एवं एक स्टोर रूम होगा। डीडीसी ने बताया कि जिला परिषद की बैठक में प्रस्ताव पारित होने के बाद निर्माण कार्य शुरू हो सकेगा। विश्रामगार के अलावा डाक बंगला परिसर में एक वेंडिग जोन का भी निर्माण किया जाएगा। टीन की छत वाले इस वेंडिग जोन में एक साथ कई दुकाने लगाई जा सकेंगी। शहर में जहां-तहां सड़क किनारे दुकान लगाने वाले दुकानदारों को यहां स्थानांतरित किया जा सकेगा। बता दें कि चाकुलिया डाक बंगला का रेस्ट हाउस अत्यंत जर्जर हो चुका है। यहां दूसरा कोई सरकारी भवन नहीं है जहां किसी वीआईपी गेस्ट को ठहराया जा सके। कृषि केंद्र में विश्व खाद्य दिवस पर कार्यशाला : विश्व खाद्य दिवस पर दारीसाई कृषि भवन केंद्र में शनिवार से कार्यशाला शुरू हुआ। कार्यशाला का उद्घाटन दीप जला कर किया गया, कार्यशाला में घाटशिला एवं जमशेदपुर के कुल 40 किसान उपस्थित थे। कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य अतिथि सेवा निवृत प्रो. डा जेरोम सोरेंग ने किया। डॉ जेरोम सफल किसान और पशु पालक भी हैं। डॉ जेरोम सोरेंग ने किसानो को जानकारी देते हुए कहा कि बिना भोजन के जीवन सार्थक नहीं, खेती और पशुपालन से ही किसान घर परिवार समाज और देश को खाद्य सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं। कार्यशाला में शामिल किसानों को वैज्ञानिक डा आरएम मिश्रा ने विश्व खाद्य दिवस पर खाद्य सुरक्षा की जानकारी देते हुए कृषि तकनीकी को अपनाकर टिकाऊ खेती करने पर किसानों को सलाह दी। डॉ भूषण प्रसाद सिंह ने फसल उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने वाले अनेक तकनीकी के बारे में किसानों को बताया। कहा कि हर कोई अनाज के महत्व को समझे। जी मार्डी ने सुरक्षित खाद्य पदार्थ ओर स्वास्थ्य पर ध्यान देने के लिए किसान को जानकारी दिया।

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