रिपोर्ट कार्ड: मानगो को राहत दिलाने में सफल,एमजीएम को सुधारने में विफल

जमशेदपुर पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र के लगभग आधे हिस्से मानगो में सरकारी व्यवस्था पर निर्भरता है। लिहाजा इस क्षेत्र के विधायक का लिटमस टेस्ट भी मानगो ही होता है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sat, 21 Sep 2019 01:55 PM (IST) Updated:Sun, 22 Sep 2019 09:25 AM (IST)
रिपोर्ट कार्ड: मानगो को राहत दिलाने में सफल,एमजीएम को सुधारने में विफल
रिपोर्ट कार्ड: मानगो को राहत दिलाने में सफल,एमजीएम को सुधारने में विफल

जमशेदपुर, जासं। जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र कई मायनों में पूरे प्रदेश में सबसे अलग है। इसी क्षेत्र में शहर के सर्वाधिक संभ्रांत व धनाढ्य रहते हैं, तो देश की सबसे बड़ी निजी इस्पात कंपनी टाटा स्टील भी इसी क्षेत्र में है। इस क्षेत्र के बड़े हिस्से में नागरिक सुविधाएं कंपनी मुहैया कराती है, जबकि लगभग आधे हिस्से मानगो में सरकारी व्यवस्था पर निर्भरता है। लिहाजा इस क्षेत्र के विधायक का लिटमस टेस्ट भी मानगो ही होता है।

झारखंड सरकार के खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय के लिए भी मानगो की स्थिति सुधारना चुनौती रही है। पिछले पांच साल में इन्हें बहुत हद तक कामयाबी भी मिली है। यहां केवल पेयजल आपूर्ति योजना धरातल पर उतर गई, तो बालीगुमा ग्रिड स्थापित होने के बाद मानगोवासियों को 20-22 घंटे बिजली भी मिल रही है। यहां की सबसे बड़ी समस्या मानगो पुल पर जाम लगने की थी। वषों से लोग भारी वाहनों के आवागमन से परेशान थे। गत वर्ष दोमुहानी-कांदरबेड़ा पुल निर्माण के बाद अब डिमना रोड या मानगो पुल से भारी वाहनों का आवागमन सुबह छह से रात 11 बजे तक नहीं होता। अब न केवल इससे पूरे मानगो की जनता राहत महसूस कर रही है, बल्कि दूसरे शहरों से आने वाले लोग भी मानगो से शहर में प्रवेश करके चैन की सांस लेते हैं।

बड़ी समस्या एमजीएम अस्पताल

जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र की एक बड़ी समस्या एमजीएम अस्पताल भी है। इसे सुधारने के लिए सरयू राय पिछले एक साल से लगे हैं। नियमित रूप से अस्पताल जाने और लगातार सिविल सर्जन, अस्पताल अधीक्षक से लेकर उपायुक्त और स्वास्थ्य सचिव से बात करके इसे सुधारने के लिए काफी प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सके। सरयू राय ने तो अंत में यहां तक कह दिया कि इस अस्पताल को सुधारना मेरे बस की बात नहीं है। सरयू राय इस लिहाज से भी अन्य विधायकों से अलग हैं, क्योंकि इन्हें कैबिनेट मंत्री होते भी सरकार और कंपनी से नागरिक सुविधाओं के लिए संघर्ष करना पड़ता है। इसके बावजूद ये अपने क्षेत्र के लोगों का जीवन आसान बनाने में बहुत हद तक कामयाब हुए हैं।

पांच मुद्दे: कितने खड़े उतरे विधायक

1. पेयजल संकट समस्या

मानगो क्षेत्र की तीन लाख की आबादी पिछले कई वर्षो से पेयजल संकट से जूझ रही है। आए दिन लोग निकाय कार्यालय पर हंगामा और प्रदर्शन करने को लाचार दिखते हैं। पाइप लाइन बिछने के बाद भी घरों तक पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है।

2. गंदगी और मच्छर

जमशेदपुर पश्चिम क्षेत्र में लोग गंदगी व मच्छरों से जूझ रहे हैं। कंपनी इलाकों में तो साफ-सफाई थोड़ी ठीक है, पर मानगो समेत अन्य बस्तियों में बुरा हाल है। रोड पर जहां-तहां कूड़ा दिख जाएगा।

3. सरकारी हाईस्कूल नहीं

शिक्षा के लिहाज से इस विधानसभा क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा देश में उत्कृष्ट स्थान रखता है, लेकिन मानगो क्षेत्र में एक भी सरकारी हाईस्कूल का नहीं है। महंगे प्राइवेट स्कूलों में गरीब बच्चे नहीं पढ़ पाते हैं। यहां अर्से से लोग सरकारी हाईस्कूल खोलने की मांग कर रहे हैं।

4. स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल

जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के आधे हिस्से में सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं। खासकर मानगो में एक भी बड़ा अस्पताल नहीं है। इस कारण लोगों को एमजीएम अस्पताल या टीएमएच ही जाना पड़ता है।

5. सड़क जाम की समस्या

मानगो, बिष्टुपुर और साकची इलाके में अबतक यातायात व्यवस्था विकसित नहीं हो पाई है। कहीं ट्रैफिक सिग्नल नहीं है। सड़क पर ट्रैफिक पुलिस भी दिखाई नहीं देती। स्कूल, आफिस के समय पूरे इलाके की सड़कें जाम हो जाती हैं।

पक्ष-प्रतिपक्ष

सरयू राय : 150 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछ गई है। जलापूर्ति हो रही है। समुचित देखरेख के अभाव में इसका पूरा लाभ नहीं मिल रहा है।

बन्ना गुप्ता : 2009 में योजना की नींव रखी गई और 2014 में काम शुरू हुआ। इससे विधायक की सक्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है। आलम यह है कि अब भी लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं।

सरयू राय : शहर की सफाई होती है। मैं स्वयं नगर निकाय को इसके लिए टोकता रहता हूं। आवारा पशुओं से निपटने के लिए निकाय को कई बार निर्देश दे चुका हूं।

बन्ना गुप्ता : मानगो का इलाका पूरी तरह उपेक्षित है। हर सड़क और गली में आप कूड़ा-कचरा देख सकते हैं। निकाय वाले समय पर कचरा नहीं उठाते हैं।

सरयू राय : यह सही है कि इस क्षेत्र में सरकारी हाईस्कूल नहीं है। मैं खुलवाने के लिए लंबे समय से प्रयासरत हूं। पहली बार अभिभावक-शिक्षक संवाद शुरू हुआ। सैकड़ों गरीब बच्चों की फीस भरी।

बन्ना गुप्ता : क्षेत्र में सरकारी हाई स्कूल नहीं होना चिंता की बात है। सरयू राय जब मंत्री होकर हाई स्कूल नहीं खुलवा पाए तो आप उनके काम का आकलन कर सकते हैं।

सरयू राय : स्वास्थ्य सुविधा बेहतर हुई हैं, लेकिन सिस्टम में कुछ गड़बड़ी है। मानगो समेत कदमा-सोनारी आदि इलाकों में स्वास्थ्य सुविधा बेहतर करने के लिए कई काम किए हैं। क्षेत्र को कई एंबुलेंस दिए हैं।

बन्ना गुप्ता: एंबुलेंस, ई-रिक्शा एंबुलेंस और बाइक एंबुलेंस कहीं दिखाई नहीं देते हैं। मोहल्ला क्लीनिक व अटल क्लीनिक उद्घाटन के बाद से ही बंद है। कदमा व सोनारी इलाके में डेंगू से लोग परेशान हैं।

सरयू राय : विशेष रूप से मानगो क्षेत्र को जाम से निजात दिलाने के लिए ही सड़कों का चौड़ीकरण कराया। दोमुहानी से कांदरबेड़ा तक शानदार पुल का निर्माण कराया। डिमना रोड में भारी वाहनों का प्रवेश दिन में बंद कराया। इससे लोगों को राहत मिली है।

बन्ना गुप्ता : जाम की समस्या अब भी दूर नहीं हुई है। मानगो पुल के सामने से भारी वाहन गुजरते हैं, तो बस स्टैंड के पास लंबा जाम लग जाता है। पुल पर एक भी वाहन खराब हो गया तो पूरे शहर से मानगो कट जाता है। क्षेत्र में कहीं भी यातायात सिग्नल नहीं है।

वित्तीय वर्ष - खर्च का प्रतिशत

2015-16 -100

2016-17-100

2017-18 -100

2018-18 -100

2019-20 -75

विधायक निधि का उपयोग

विधायक सरयू राय जनता के हर बुलावे पर उपलब्ध रहते हैं। सबका फोन रिसीव करते हैं, यह बड़ी खासियत है। किसी भी समस्या में वे समाधान की पहल तुरंत करते हैं। क्षेत्र में उनके प्रयास से कई पार्क का निर्माण हुआ है।

- राम लाल, अधिवक्ता

विधायक बहुत अच्छे हैं। उन्होंने सोनारी क्षेत्र के लिए बहुत काम किया है। कंपनी क्षेत्र में भी लगभग सभी समाज के लिए सामुदायिक भवन बनाकर दिया है। कुछ और बना रहे हैं।

- प्रशांत पोद्दार, स्वर्णकार

सरयू राय की सबसे बड़ी खासियत है कि वे छोटी-छोटी सी बात पर भी बड़ी दूर की सोच रखते हैं। किसी भी समस्या के दीर्घकालिक परिणाम को ध्यान में रखकर काम करते हैं। इसका फायदा भी लोगों को मिलता है।

- जवाहरलाल शर्मा, मानवाधिकार कार्यकर्ता

विधायक जी यदि शहर में रहे तो छोटे से छोटे कार्यRम में भी निमंत्रण देने पर आते हैं। बिना किसी भेदभाव के हर किसी की समस्या का समाधान करते हैं। किसी को भी उनके यहां से निराश नहीं लौटना पड़ता है।

- विनीता शाह, गृहिणी

मेरी नजर में विधायक सरयू राय की सादगी और शालीन व्यवहार सबसे बड़ी खासियत है। वे हर किसी की समस्या के लिए तत्पर हो जाते हैं, तो उसे समाधान भी दिलाने की कोशिश करते हैं।

-जगन्नाथ महंती, सामाजिक कार्यकर्ता

मानगो को नगर निगम बनाना लक्ष्य

पहली बार 2005 में जब विधायक बनने पर मानगो क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या पेयजल संकट थी। इसके लिए पहले कार्यकाल में ही मानगो जलापूर्ति योजना का शिलान्यास करा दिया था। चूंकि उसके तुरंत बाद चुनाव आ गया, जिसमें चुनाव नहीं जीत सका। इसके बाद पांच साल तक इस योजना पर कोई काम नहीं हुआ। 2014 में आया तो इसे धरातल पर उतारा। अगला लक्ष्य मानगो को नगर निगम बनाना है। हालांकि इसकी स्वीकृति मिल गई है, लेकिन तकनीकी कारणों से निगम का चुनाव नहीं हो पा रहा है। इसके बनने से क्षेत्र का तेजी से विकास होगा।

- सरयू राय, विधायक

कांदरबेड़ा पुल व बालीगुमा ग्रिड मेरी देन

सोनारी के दोमुहानी से कांदरबेड़ा के लिए जो पुल बना है, उसे मैंने कैबिनेट से स्वीकृत कराया था। यह अलग बात है कि 2014 में जब सरयू राय विधायक बने तो इसे दोबारा विधानसभा में लाकर स्वीकृत कराया। यही हाल बालीगुमा ग्रिड के साथ भी हुआ। इसमें भी मेरे का काम श्रेय सरयू राय ने लेने की कोशिश की। इन्होंने पांच साल का कीमती समय, जो जनता को मिलना चाहिए था, मुख्यमंत्री से लड़ने में खर्च कर दिया। एमजीएम अस्पताल को सुधार नहीं सके, तो कहते हैं कि यह मेरे क्षेत्र में नहीं पड़ता है। इनके खोले गए सभी मोहल्ला क्लीनिक उद्घाटन के बाद से बंद हैं।

-बन्ना गुप्ता, पूर्व विधायक व प्रमुख प्रतिद्वंद्वी

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