Jamshedpur shokeeper Murder: टेल्को के दुकानदार का शव लेने से स्वजनों ने किया इंकार, कहा हत्यारों की गिरफ्तारी के बाद ही उठाएंगे शव
Jamshedpur shokeeper Murder गायब टेल्को थाना क्षेत्र के इंदिरानगर निवासी सह दुकानदार संजय कुमार डे का शव 22 नवंबर की शाम को एमजीएम थाना क्षेत्र बड़ाबांकी पुलिया के पास से बरामद किया गया था। परिजन हत्या की बात कह रहे हैं।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता : पूर्वी सिंहभूम जिले के टेल्को थाना क्षेत्र इंदिरानगर निवासी सह दुकानदार संजय कुमार डे 10 नवंबर से गायब था। उसके लापता होने की सूचना टेल्को थाना में दी गई थी। 22 नवंबर की शाम को उसका शव एमजीएम थाना क्षेत्र बड़ाबांकी पुलिया के पास से बरामद किया गया था। उसके चेहरे और सिर पर गंभीर चोट है। स्वजनों की माने तो मामला हत्या का है। घटना पुलिस की लापरवाही के कारण हुई है। लापता होने की सूचना दिए जाने के बाद भी टेल्को थाना की पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया।
उसका मोबाइल भी 16 नवंबर तक ऑन था। बावजूद तकनीकी सेल की मदद से माेबाइल लोकेशन से उसकी तलाश करना उचित नहीं समझा गया। इस बीच किसी ने उसकी हत्या कर दी। शव को बड़ाबांकी के पास फेंक दिया। संजय कुमार डे के शव का मंगलवार को एमजीएम थाना की पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाया, लेकिन स्वजनों ने कहा कि हत्यारों की गिरफ्तारी के बाद ही शव का अंतिम संस्कार करेंगे। शव लेने से इंकार कर दिया। मंगलवार को स्वजनों के साथ कालोनी के कई लोग जमशेदपुर पुलिस मुख्यालय पहुंचे। एसएसपी कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन किया। हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करते रहे। 10 नवंबर से लापता संजय कुमार डे घर से 40 हजार रुपये लेकर निकला था। छठ में दुकान लगाने के लिए वह रुपये लेकर निकला था। उसके भाई मंटू डे ने कहा कि पुलिस 24 घंटे के भीतर हत्यारे को गिरफ्तार करें। इधर, पुलिस मामले की सत्यता का पता लगा रही है। घटना से स्वजनों में आक्रोश है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। अज्ञात के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है। स्वजनों ने सोमवार रात भी टेल्को थाना पर प्रदर्शन किया था।
जमशेदपुर के उलीडीह में पिस्तौल के साथ युवक गिरफ्तार, जांच में जुटी पुलिस
पूर्वी सिंहभूम जिले के मानगो के उलीडीह थाना की पुलिस ने पिस्तौल के साथ राजू प्रसाद को गिरफ्तार किया है। वह उलीडीह रामनगर का निवासी है। उससे पुलिस पूछताछ कर रही है। अब तक की पूछताछ में उसने बताया आशीष कुमार भूरिया ने उसे पिस्तौल रखने को दिया था। फिलहाल पुलिस मामले की सत्यता की जांच कर रही है। पुलिस को गोपनीय सूचना मिली थी कि युवक पिस्तौल लेकर घूम रहा था। इसी सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई की।