स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाने की कवायद तेज, ताबड़तोड़ हो रही छापेमारी Jamshedpur News

Health Department. जमशेदपुर के सोनारी क्षेत्र में स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की टीम ने विशेष छापेमारी अभियान चलाया। इस दौरान सार्वजनिक स्थानों पर लोग सिगरेट पीते पकड़े गए। सभी को फाइन किया गया और चेतावनी देकर छोड़ा गया। दुकानों में भी छापेमारी की गई।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Tue, 22 Dec 2020 11:02 AM (IST) Updated:Tue, 22 Dec 2020 11:02 AM (IST)
स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाने की कवायद तेज, ताबड़तोड़ हो रही छापेमारी Jamshedpur News
जमशेदपुर की दुकानों में छापामारी करती स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की टीम।

जमशेदपुर, जासं। जिला स्वास्थ्य विभाग एक्शन में है। योजनाओं को पटरी पर लाने की कवायद तेज हो गई है। सिविल सर्जन डॉ. आरएन झा द्वारा तीन वरीय चिकित्सकों को अहम जिम्मेवारी सौंपी गई है। उसके बाद से पदाधिकारी पूरे एक्शन में दिख रहे हैंं।

उनके द्वारा रणनीति तैयार कर उसे धरातल पर उतारने की कवायद तेज हो गई है। इसी कड़ी में सोमवार की शाम सोनारी क्षेत्र में विशेष छापेमारी अभियान चलाया गया। इस दौरान सार्वजनिक स्थानों पर लोग सिगरेट पीते पकड़े गए। सभी को फाइन किया गया और चेतावनी देकर छोड़ा गया। 

 तंबाकू बेचनेवालों से 10 हजार की वसूली

वहीं, प्रतिबंधित तंबाकू की बिक्री भी दुकानों पर हो रही थी। उसे जब्त किया गया। साथ ही उनके खिलाफ भी कार्रवाई की गई। इस दौरान कुल दस हजार रुपये की वसूली की गई। वहीं सोमवार को दिन में पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (एसीएमओ) डॉ. साहिर पाल के नेतृत्व में अभियान चलाया गया। साकची व बाराद्वारी में एक-एक अल्ट्रासाउंड केंद्रों की जांच की गई। इस दौरान साकची जीवनदीप अल्ट्रासाउंड में गड़बड़ी मिली। उसके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की गई।

कोरोना की वजह से पटरी से उतर गई हैं योजनाएं

 बताते चलें कि कोरोना की वजह से पूर्वी सिंहभूम जिले में अधिकांश स्वास्थ्य योजनाएं पटरी से उतर गई हैं। उसे फिर से बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए एसीएमओ डॉ. साहिर पाल, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. एके लाल व जिला आरसीएच पदाधिकारी डॉ. बीएन उषा को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है।

2025 तक टीबी मुक्त होगा पूर्वी सिंहभूम जिला

जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. एके लाल ने बताया कि 2025 तक पूर्वी सिंहभूम जिले को टीबी मुक्त करना है। इसपर जोर-शोर से काम चल रहा है। मैं खुद लगातार सभी प्रखंडों में जाकर मरीजों की स्थिति और प्लानिंग पर सुझाव दे रहे है। जहां गड़बड़ी मिल रही है उसे दुरुस्त भी किया जा रहा है।

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