Raksha Bandan 2021 : रक्षाबंधन मनाते समय बरतें पांच सावधानी, राखी बांधते समय भाई का हाथ भरा होना चाहिए

Raksha Bandan 2021 अपने भाई को सूखे नारियल के गोले पकड़ाकर राखी मत बांधिए यह अशुभ माना जाता है। राखी बांधते समय अपने भाई का हाथ भरा हुआ हो तभी राखी बांधी जाती है यह परंपरा है। सीमा पांडेय बता रही हैं कौन सी बातों का रखना है ख्याल।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 19 Aug 2021 09:06 AM (IST) Updated:Thu, 19 Aug 2021 09:06 AM (IST)
Raksha Bandan 2021 : रक्षाबंधन मनाते समय बरतें पांच सावधानी, राखी बांधते समय भाई का हाथ भरा होना चाहिए
रक्षाबंधन का त्योहार 22 अगस्त को मनाया जाएगा।

जमशेदपुर, जासं। रक्षाबंधन का त्योहार 22 अगस्त को मनाया जाएगा। इसकी तैयारी हर घर में हो गई होगी, लेकिन इसे मनाते समय पांच बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। जमशेदपुर की आयुर्वेद व प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ सीमा पांडेय बता रही हैं, कौन सी बातों का रखना है ख्याल। अपने भाई को सूखे नारियल के गोले पकड़ाकर राखी मत बांधिए, यह अशुभ माना जाता है। राखी बांधते समय अपने भाई का हाथ भरा हुआ हो, तभी राखी बांधी जाती है, यह परंपरा है।

इसलिए बहनें अपने भाई के हाथ में नारियल रखती हैं, भाई नारियल पकड़ता है और बहन राखी बांधती है। हाथ भरा होने के पीछे यह कामना रहती है कि भाई के हाथ में सदैव लक्ष्मी बनी रहे। इसी कारण उसके हाथ में श्रीफल अर्थात नारियल रखा जाता है। कुछ लोगों के यहां केले, मिठाई अथवा सूखे नारियल के गोले भी रखे जाने लगे हैं। यह गलत है। आप कहेंगे कि यह परंपरा है, तो समझ लीजिए यह परंपरा भूलवश चालू हो गई है, जिसे तत्काल सुधार लेना चाहिए। कौन बहन चाहती है कि उसके भाई के हाथ सूखे रह जाएं। यदि बहन नहीं चाहती है तो उसे अपने भाई के हाथ में ‘जलयुक्त श्रीफल ही रखकर राखी बांधना चाहिए। भाई को भी ध्यान रखना चाहिए कि वह हाथ में श्रीफल रखकर ही राखी बंधवाए। परंपरा यह है कि शादीशुदा बहनें जब मायके आती हैं, तो भाई के लिए नारियल और भाभी के लिये सूखा-गोला लाती हैं, जिसे उनकी झोली में डालती हैं। कालांतर में इस सूखे गोले से कुछ बहनों ने गलती करते हुए भाई को राखी बांधना शुरू कर दिया। जबकि यह सूखा गोला सिर्फ भाभी के लिए होता है। भाई के हाथ में श्रीफल ही रखा जाता है।

कौन सी पांच सावधानी रखनी है

 राखी श्रीफल या नारियल से ही बंधवानी है, सूखे गोले से नहीं। नारियल नहीं है तो सिर्फ धन अर्थात कुछ रुपये हाथ में रखकर भी राखी बंधवा सकते हैं, लेकिन इसके अलावा कुछ नहीं रखना चाहिए। परिस्थितिजन्य अक्षत मतलब बिना टूटे साबूत चावल भी रखे जा सकते हैं। एक ही श्रीफल से पूरे परिवार के लोग राखी बंधवा सकते हैं, इसलिये अलग-अलग श्रीफल नही खरीदना चाहिए। भाई को बहनों से कुछ लेना नहीं चाहिए। इस मान्यता के अनुसार श्रीफल भी भाई अपने पास नहीं रखते, सिर्फ हाथ में रखकर राखी बंधवाते हैं। वह श्रीफल बहन का ही होता है। बहनों को प्रयास करना चाहिए कि वह अपने हाथ से मौली सूत्र की राखी बनाकर अपने भाई को बांधे। मौली का सूत्र आसानी से बाजार में मिल जाता है। राखी कोई दिखावे की वस्तु नहीं है, वह मर्यादा और शक्ति का प्रतीक है, इसलिए इसमें तड़क-भड़क-चमक की जरूरत नहीं है। बाजारू राखी सिर्फ बच्चों का मन बहलाने का माध्यम है। यदि आप भाई को चाहती हैं तो रेशम की डोर ही बांधें।

मिठाई को लेकर भी सावधान रहें

पहला प्रयास बहनें अपने हाथ से कोई मिठाई बनाएं। नहीं बना सकीं तो हलवा बना लें। बहुत मजबूरी में ही बाजार से मिठाई लाएं, क्योंकि यह प्यार का पर्व है। भाई अपनी बहन को स्पष्ट कहे कि खुद मिठाई बनाकर लाना, बाजार का नहीं होना चाहिए। बहन अपने भाई को स्पष्ट कहे कि सिर्फ स्नेह और प्यार दे, रुपये से राखी को ना तौलें। आइए हम सब मिलकर इस महापर्व को व्यवस्थित रूप से मनाएं।

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