Mukhiya Suicide in Saraikela : राजनगर के बान्दू पंचायत के मुखिया बोसेन मार्डी ने की खुदकुशी, छीन लिए गए थे अधिकार

कोल्‍हान प्रमंडल के राजनगर प्रखंड क्षेत्र के बान्दू पंचायत के मुखिया बोसेन मार्डी ने फांसी के फंदे से लटक कर खुदकुशी कर ली है। मुखिया का शव पंचायत क्षेत्र के केशरगाडिया गांव में खेत की ओर अर्जुन पेड़ से लटकता मिला। घटना शुक्रवार शाम की बताई जा रही है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 05:57 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 05:57 PM (IST)
Mukhiya Suicide in Saraikela : राजनगर के बान्दू पंचायत के मुखिया बोसेन मार्डी ने की खुदकुशी, छीन लिए गए थे अधिकार
राजनगर प्रखंड क्षेत्र के बान्दू पंचायत के मुखिया बोसेन मार्डी की फाइल फोटो।

सरायकेला, जासं। कोल्‍हान प्रमंडल के  राजनगर प्रखंड क्षेत्र के बान्दू पंचायत के मुखिया बोसेन मार्डी ने फांसी के फंदे से लटक कर खुदकुशी कर ली है। मुखिया का शव पंचायत क्षेत्र के केशरगाडिया गांव में खेत की ओर अर्जुन पेड़ से लटकता मिला। घटना शुक्रवार शाम की बताई जा रही है।

पुलिस को सूचना मिलने पर शनिवार सुबह घटना स्थल पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं  मुखिया की पत्नी ने बताया कि शुक्रवार शाम को हम दोनों खलिहान में थे। पति बोसेन मार्डी सुबह से ही नशे में था और बोल रहा था कि आज मैं मर जाऊंगा। ऐसा बोलते हुए वह खेत की ओर जा रहा था। जब उसे रोकने लगी तो वह मुझे पत्थर मार कर भगाने लगा। इसके बाद मैं गांव वालों को बुलाने के लिए गांव आई। फिर गांव वालों के साथ लौट कर गए तो देखे वह अर्जुन पेड़ पर फांसी से लटका हुआ था। पत्नी ने बताया कि उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं चल रही थी। हमेशा तनाव में रहा करता था। नशा का भी आदी था। 

हत्या व दुष्कर्म के प्रयास में दो बार जेल जा चुका था

बीते पंचायत चुनाव 2015 में बोसेन मार्डी बान्दू पंचायत का मुखिया निर्वाचित हुआ था। चुनाव के लगभग छह महीने बाद ही मुरुमडीह क्रशर में हुए दो सुरक्षा गार्ड की हत्या मामले में पुलिस ने उसे मुख्य आरोपी बनाया और करीब छह महीने जेल में रहा। जेल से छूटने के बाद फिर एक स्कूली बच्ची को दुष्कर्म की नीयत से स्कूल से ले जाने के आरोप में उसे जेल भेजा गया। दोनों ही मामले में बोसेन मार्डी अभियुक्त था। जेल जाने के कारण मुखिया को अपने कार्यभार से भी हाथ धोना पड़ा। जिसके कारण लगभग पूरा कार्यकाल ही पंचायत के उपमुखिया के हाथ में वित्तीय शक्ति(पावर) रहा। जेल से छूटने के बाद बोसेन ने कई बार प्रशासन से वित्तीय शक्ति वापस प्रदान करने की मांग की थी। मगर प्रशासन ने उन्हें वापस वित्तीय शक्ति प्रदान नहीं की। जिससे वे हमेशा तनाव में रहा करता था और हमेशा नशे का सेवन करता था। परिवार में उसकी पत्नी व लगभग आठ साल का एक बेटा है। 

ये कहते थाना प्रभारी

परिजनों ने मुखिया की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने की बात बताई। घर के पीछे आम के पेड़ पर मुखिया ने फांसी लगा लिया था। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। 

-शम्भू शरण दास, थाना प्रभारी राजनगर

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