Indian Railways: पश्चिम बंगाल के गिधनी में फाटक हटाने के विरोध में 4 घंटे रेल चक्का जाम, यात्री रहे परेशान
Indian Railways गिधनी में ग्रामीणों द्वारा रेल चक्का जाम करने के पीछे मुख्य वजह फाटक बंद होने से होने वाली उनकी परेशानी है। दरअसल गिधनी के लोगों की समस्या यह है कि उनका गांव रेलवे लाइन के इस तरफ है जबकि खेत दूसरी तरफ।
जागरण संवाददाता, चाकुलिया। खड़गपुर रेल मंडल अंतर्गत चाकुलिया एवं झाड़ग्राम स्टेशन के बीच गिधनी में रेलवे द्वारा एक फाटक हटाने के विरोध में शनिवार सुबह 5:45 बजे से ही स्थानीय ग्रामीणों ने रेल चक्का जाम कर दिया। इससे करीब 4 घंटे तक इस रेलखंड पर ट्रेनों का आवागमन बाधित रहा। इस दौरान जहां तहां ट्रेनें खड़ी हो गई। चाकुलिया में टाटा हावड़ा स्टील एक्सप्रेस तकरीबन ढाई घंटे खड़ी रही। रेल चक्का जाम की सूचना पर झाड़ग्राम से सहायक मंडल रेल अभियंता एसके महापात्रा व वरिष्ठ अनुभाग अभियंता गौरांग पाल मौके पर पहुंचे।
दोनों अधिकारी ग्रामीणों को काफी देर तक समझाते रहे। आखिरकार वरीय अधिकारियों से प्राप्त निर्देश के आधार पर उन्होंने ग्रामीणों को फाटक खोलने अथवा दूसरा वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध कराने हेतु 2 दिनों के भीतर सर्वे करने का आश्वासन दिया। इसके बाद जाकर 9:30 बजे ग्रामीण रेलवे ट्रैक से हटे और रेल यातायात दोबारा शुरू हुआ। हालांकि रेल चक्का जाम करने वाले ग्रामीणों की अन्य भी कई मांगे थी, जिनमें टाटानगर चाकुलिया पैसेंजर व संतरागाछी झाड़ग्राम पैसेंजर को गिधनी स्टेशन तक विस्तारित करने तथा हावड़ा टाटा स्टील एक्सप्रेस व हावड़ा टिटलागढ़ इस्पात एक्सप्रेस का ठहराव गिधनी में सुनिश्चित करने की मांग शामिल थी। लेकिन मुख्य मुद्दा रेलवे फाटक हटाने पर विरोध ही था।
गांव इधर, खेत उधर, बीच में फाटक
गिधनी में ग्रामीणों द्वारा रेल चक्का जाम करने के पीछे मुख्य वजह फाटक बंद होने से होने वाली उनकी परेशानी है। दरअसल, गिधनी के लोगों की समस्या यह है कि उनका गांव रेलवे लाइन के इस तरफ है जबकि खेत दूसरी तरफ। जिस मार्ग पर रेल फाटक है उससे आम लोगों का आवागमन नहीं के बराबर होता है। लेकिन खेती के मौसम में ग्रामीण अपने फसल को काटकर इसी रेलवे फाटक से हो कर लाते हैं। फाटक बंद किए जाने से ग्रामीणों को धान काट कर लाने में काफी परेशानी हो रही है। इसी वजह से लोग फाटक को दोबारा चालू करने अथवा रेलवे ट्रैक के नीचे से अंडरपास बनाने की मांग कर रहे हैं। जब रेलवे ने उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया तो उन्होंने नाराज होकर शनिवार को रेल चक्का जाम कर दिया।
चाकुलिया में युवाओं ने की पानी की व्यवस्था
करीब ढाई घंटे तक चाकुलिया स्टेशन पर खड़ी टाटा से हावड़ा जा रही स्टील एक्सप्रेस के यात्रियों की परेशानी को देखते हुए स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उनके लिए शुद्ध पेयजल, बिस्किट आदि की व्यवस्था की। बता दें कि कोरोना काल के दौरान ट्रेन में पैंट्री कार नहीं होने के कारण ट्रेन यात्रियों को जरूरी खाद्य सामग्री नहीं मिल पाती। स्टेशन पर मिलने वाला पानी भी पीने लायक नहीं रहता। इसी को देखते हुए युवा समाजसेवी हार्दिक यादव एवं संदीप चक्रवर्ती ने चाकुलिया प्लेटफार्म पर पेयजल एवं बिस्किट की सुविधा मुहैया की, जिसका अनेक लोगों ने लाभ उठाया।