Indian Railways: अब झारखंड-बंगाल की इन पैसेंजर ट्रेनों को भी बंद करने की तैयारी, रेलवे बोर्ड के आदेश का इंतजार, जानिए
Indian Railway News Update लंबी दूरी की ट्रेनों के बाद पैसेंजर ट्रेनों को रद करने का क्रम जारी है। इसी कडी में झारखंड व बंगाल की आधा दर्जन पैसेंजर ट्रेनों को रद करने की तैयारी है। बस रेलवे बोर्ड की हरी झंडी का इंतजार है।
जमशेदपुर, जासं। कोरोना की दूसरी लहर से उपजे असामान्य हालात एवं काबू पाने के मकसद से लाॅकडाउन की वजह से रेलवे भी विपरीत हालाताें का सामना कर रहा है। बारी से ट्रेनें रद की जा रही है। लंबी दूरी की ट्रेनों के बाद पैसेंजर ट्रेनों को रद करने का क्रम जारी है। इसी कडी में झारखंड व बंगाल की आधा दर्जन पैसेंजर ट्रेनों को रद करने की तैयारी है। बस रेलवे बोर्ड की हरी झंडी का इंतजार है।
कोरोना संक्रमण के भय से पैसेंजर ट्रेनों में बेहद कम यात्री सफर कर रहें है। इसे देखते हुए दक्षिण पूर्व रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों के बाद अब पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन बंद करने की अनुशंसा करते हुए एक पत्र रेलवे बोर्ड को भेजा है। दक्षिण -पूर्व रेलवे के चीफ पैसेंजर ट्रांसपोर्टेशन मैनेजर आशीष भाटिया ने रेलवे बोर्ड को पत्र के माध्यम से बताया कि ट्रेन नंबर 58103 व 58104 टाटानगर बड़बील पैसेंजर में प्रतिदिन 30 फीसद से कम यात्री कर रहे हैं।
इन ट्रेनों में भी कम यात्री
वहीं ट्रेन नंबर 58151 व 58152 बीरमित्रापुर बरसुआन पैसेंजर में 9 फीसद, ट्रेन नंबर 68601 व 68602 राउरकेला झारसगुडा पैैसेंजर में 30 फीसद, ट्रेन नंबर 02211 व 02212 संतरागाछी पुरूलिया हावड़ा रूपासी बंगला स्पेशल ट्रेन में 44 फीसद, ट्रेन नंबर 68041 व 68042 आद्रा बरकाखना पैसेंजर में 18 फीसद, ट्रेन नंबर 68045 व 68046 आद्रा आसनसोल पैसेंजर 20 फीसद तथा ट्रेन नंबर 58033 व 58034 बोकारो स्टील सिटी रांची पैसेंजर में 30 फीसद से कम यात्री प्रतिदिन यात्रा कर रहे हैं। जिसके कारण इन ट्रेनों का परिचालन रद्द करने की आवश्यकता है। रेलवे बोर्ड से जैसे ही हरी झंडी मिलेगी पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया जाएगा।
बेहद कम यात्री कर रहे सफर
कोरोना का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। इसे देखते हुए झारखंड, बंगाल तथा उड़ीसा राज्यों में अघोषित लॉकडाउन है। कोरोना के मरीजों के मिलने का सिलसिला चल रहा है। इसलिए ज्यादातर लोग अपने घरों में हैं और ट्रेनों का सफर नहीं कर रहे हैं। इसी वजह से रेलवे ने उन ट्रेनों को कैंसिल करना शुरू कर दिया है, जिन पर बेहद कम यात्री सफर रहे हैं।