IRCTC Indian Railways : रेलवे 50 हजार युवाओं को करेगी प्रशिक्षित, आप भी हो सकते हैं शामिल

IRCTC Indian Railways भारतीय रेल ने देश के 50 हजार युवाओं को तकनीकी रूप से दक्ष करने का बीड़ा उठाया है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत आप इलेक्ट्रिशियन वेल्डर मशीनिस्ट व फिटर ट्रेड के लिए प्रशिक्षण हासिल कर सकते हैं।

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 06:00 AM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 08:33 AM (IST)
IRCTC Indian Railways : रेलवे 50 हजार युवाओं को करेगी प्रशिक्षित, आप भी हो सकते हैं शामिल
रेलवे 50 हजार युवाओं को करेगी प्रशिक्षित, आप भी हो सकते हैं शामिल, जाने क्या है अर्हता

जमशेदपुर : देश के युवाओं को रोजगार मिले और वे तकनीकी रूप से दक्ष हो। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के तहत भारतीय रेल देश के 50 हजार युवाओं काे प्रशिक्षित करेगी।

रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पिछले दिनों ही प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के तहत इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके लिए रेलवे ने देश भर के 75 प्रशिक्षण संस्थानों को चयनित किया है।

चार ट्रेड में मिलेगा प्रशिक्षण

भारतीय रेलवे तीन साल की अवधि में 50000 उम्मीदवारों को प्रशिक्षण प्रदान करेगा। प्रारंभिक चरण में, 1000 उम्मीदवारों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण चार ट्रेडों में प्रदान किया जाएगा। इसमें इलेक्ट्रीशियन, वेल्डर, मशीनिस्ट और फिटर का ट्रेड शामिल है। सभी युवाओं को 100 घंटे का प्रारंभिक बुनियादी प्रशिक्षण दिया जाएगा और फिर क्षेत्रीय मांगों और जरूरतों के आधार पर उन्हें क्षेत्रीय रेलवे और उत्पादन इकाइयों द्वारा अन्य ट्रेडों में प्रशिक्षण कार्यक्रम जोड़े जाएंगे।

निश्शुल्क होगा प्रशिक्षण, यह होगी अर्हता

रेलवे की ओर से दी जाने वाली प्रशिक्षण पूरी तरह से नि:शुल्क होगा। प्रतिभागियों का चयन मैट्रिक में प्रापत अंकों के आधार पर एक पारदर्शी चयन प्रक्रिया के माध्यम से होगा। इसके लिए उम्मीदवारों को ऑनलाइन ही आवेदन करना होगा। इसमें 10वीं पास और 18 से 35 साल के बीच के उम्मीदवार आवेदन करने के पात्र होंगे। हालांकि इस प्रशिक्षण के आधार पर योजना में भाग लेने वालों का रेलवे में रोजगार पाने का दावा नहीं कर सकते हैं।

बनारस लोकोमोटिव वर्क्स ने तैयार किया है पाठ्यक्रम

इस योजना के लिए नोडल पीयू बनारस लोकोमोटिव वर्क्स ने पूरा पाठ्यक्रम तैयार किया है। जो मूल्यांकन को मानकीकृत करेगा और प्रतिभागियों के केंद्रीकृत डेटाबेस को बनाए रखेगा। यह योजना शुरू में 1000 प्रतिभागियों के लिए शुरू की जा रही है और यह अपरेंटिस अधिनियम 1961 के तहत प्रशिक्षुओं को प्रदान किए जाने वाले प्रशिक्षण के अतिरिक्त होगी। प्रस्तावित कार्यक्रमों, आवेदन आमंत्रित करने वाली अधिसूचना, चयनित उम्मीदवारों की सूची के बारे में जानकारी के एकल स्रोत के रूप में एक नोडल वेबसाइट विकसित की जा रही है। इसके अलावा चयन के परिणाम, अंतिम मूल्यांकन, अध्ययन सामग्री और अन्य विवरण को भी नोडल एजेंसी सुरक्षित रखेगी।

जारी होगा विज्ञापन

रेल प्रबंधन के अनुसार इस प्रक्रिया के लिए प्रारंभिक चरण में स्थानीय रूप से विज्ञापन जारी किए जाएंगे ताकि उम्मीदवार कौशल विकास योजना का लाभ उठा सके। इसके अलावा ऑनलाइन आवेदन जमा करने के लिए जल्द ही एक केंद्रीकृत वेबसाइट भी जल्द शुरू किया जाएगा।

उम्मीदवारों को मिलेगा प्रमाण पत्र

प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण की समाप्ति के बाद एक मानकीकृत मूल्यांकन से गुजरना होगा और उनके कार्यक्रम के समापन पर राष्ट्रीय रेल और परिवहन संस्थान द्वारा आवंटित ट्रेड में प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। उन्हें उनके ट्रेड के लिए प्रासंगिक टूल किट भी प्रदान किए जाएंगे जो इन प्रशिक्षुओं को अपनी शिक्षा का उपयोग करने और स्व-रोजगार के साथ-साथ विभिन्न उद्योगों में रोजगार की क्षमता बढ़ाने में मदद करेंगे।

देश भर में 75 संस्थानों को किया गया है चिंह्नित

रेलवे ने अपने इस कार्यक्रम के लिए देश भर में फैले 75 रेलवे प्रशिक्षण संस्थानों को शॉर्टलिस्ट किया गया है। यह योजना न केवल युवाओं की रोजगार क्षमता में सुधार करेगी बल्कि स्वरोजगार के कौशल को भी उन्नत करेगी। ऐसे उम्मीदवार भी इसमें शामिल हो सकते हैं जो रेलवे के वेंडरों के पास पहले से कार्यरत हैं। वे इस कार्यक्रम से जुड़कर अपने कौशल विकास की क्षमता को न सिर्फ बढ़ा सकते हैं बल्कि अप स्कीलिंग का भी लाभ उठा सकते हैं।

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