भाजपा की सरकार आने पर गिलुआ का सपना को पूरा करेंगे : रघुवर दास

राज्य में भाजपा की सरकार आने पर स्व. लक्षमण गिलुआ का चक्रधरपुर को जिला बनाने का सपना को पूरा करेंगे। यह कहना था राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास का।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 07:30 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 07:30 AM (IST)
भाजपा की सरकार आने पर गिलुआ का सपना को पूरा करेंगे : रघुवर दास
भाजपा की सरकार आने पर गिलुआ का सपना को पूरा करेंगे : रघुवर दास

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : राज्य में भाजपा की सरकार आने पर स्व. लक्षमण गिलुआ का चक्रधरपुर को जिला बनाने का सपना को पूरा करेंगे। यह कहना था राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास का।

पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास गुरुवार को भाजपा झारखंड के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्व. लक्ष्मण गिलुआ के आवास पर उनके स्वजनों से मुलाकात की। इस अवसर पर रघुवर दास ने कहा कि कोरोना महामारी ने हमसे कइयों को छीन लिया है। हमारे जुझारू नेता लक्ष्मण गिलुवा भी कोरना के कारण असमय काल के गाल में समा गए। लक्ष्मण गिलुआ का जीवन गरीब-गुरबा खासकर आदिवासी समाज के उत्थान के लिए समर्पित रहा। समाज के हर वर्ग के लिए बढ़ चढ़कर सेवा कार्य किया। उनका सपना था कि चक्रधरपुर को जिला बनाया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य में जब भी भाजपा की सरकार आयेगी उनका सपना पूरा करने के लिए चक्रधरपुर को अलग जिला बनाया जायेगा। यही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी। रघुवर दास ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।

इस दौरान पूर्व विधायक गुरुचरण नायक, पुतकर हेंब्रम, जवाहर बानरा, भाजपा नेता विपिन पूर्ति, संजीव पांडेय, कुलवंत सिंह बंटी, भूपेंद्र सिंह, राकेश सिंह, रामबाबू तिवारी, चंद्रशेखर मिश्रा, गुंजन यादव समेत काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता व स्थानीय लोग उपस्थित थे।

डा. अन्नपूर्णा झा का विजिटिग साइंटिस्ट के रूप में चयन

जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज की केमेस्ट्री विभागाध्यक्ष और बर्सर डा. अन्नपूर्णा झा का चयन इंडियन नेशनल साइंस एकेडमी में विजिटिग साइंटिस्ट के रूप में हुआ है। यह जानकारी वीमेंस कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर शुक्ला महांती ने दी है। उन्होंने बताया कि इंडियन नेशनल साइंस एकेडमी, नई दिल्ली के प्रविधानों के तहत उच्च शिक्षा में विज्ञान विषय के अध्यापकगण इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। डॉ. अन्नपूर्णा झा को तीन महीने तक वहां शोध के क्षेत्र में काम करने के लिए तीस हजार रुपये प्रति माह की फेलोशिप भी प्राप्त होगी। कॉलेज परिवार के लिए यह उपलब्धि गर्व की बात है।

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