छह साल बाद भाजपा के दोबारा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बने रघुवर दास
घुवर दास छात्र जीवन से ही सक्रिय राजनीति में आ गए थे लेकिन भाजपा में उनका सफर सीतारामडेरा मंडल अध्यक्ष से शुरू हुआ था।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास भाजपा में दोबारा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। इससे पहले 16 अगस्त 2014 से 25 दिसंबर 2014 तक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे। मुख्यमंत्री बनने के बाद वे इस पद से हट गए थे। छह साल बाद शनिवार को उन्हें दोबारा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। रघुवर दास छात्र जीवन से ही सक्रिय राजनीति में आ गए थे, लेकिन भाजपा में उनका सफर सीतारामडेरा मंडल अध्यक्ष से शुरू हुआ था। इसके बाद जमशेदपुर महानगर भाजपा में जिला महामंत्री व उपाध्यक्ष बने, तो दो बार प्रदेश अध्यक्ष रहे। पहली बार जुलाई 2004 से मई 2005 और दूसरी बार 19 जनवरी, 2009 से 25 सितंबर, 2010 तक प्रदेश अध्यक्ष रहे।
छात्र जीवन से सक्रिय राजनीति को सेवा का माध्यम बनाया। छात्र संघर्ष समिति में संयोजक की भूमिका निभाते हुए जमशेदपुर में विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभायी। लोकनायक जयप्रकाश नारायण के संपूर्ण क्रांति आंदोलन में जमशेदपुर के युवाओं एवं छात्रों को संगठित किया। इस आंदोलन में इन्हें जेल भी जाना पड़ा। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा देश में लगाए गए आपातकाल का विरोध करने पर भी इनकी गिरफ्तारी हुई थी। इसी आंदोलन के बाद 1977 में जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की, तो 1980 में भारतीय जनता पार्टी की स्थापना के साथ सक्रिय राजनीति की शुरुआत हुई। रघुवर पार्टी के मुंबई में हुए प्रथम राष्ट्रीय अधिवेशन में भी शामिल हुए थे।
----------
कब-कब बने मंत्री और मुख्यमंत्री
1. 15 नवंबर, 2000 से मार्च 2003 तक श्रम एवं नियोजन मंत्री, झारखंड सरकार।
2. मार्च 2003 से 14 जुलाई 2004 तक भवन निर्माण मंत्री, झारखंड सरकार।
3. 12 मार्च, 2005 से 14 सितंबर, 2006 तक वित्त वाणिज्य एवं नगर विकास मंत्री, झारखंड सरकार।
4. 30 दिसंबर, 2009 से 30 मई, 2010 तक उप मुख्यमंत्री एवं संसदीय कार्य मंत्री, झारखंड सरकार।
5. 28 दिसंबर, 2014 से 28 दिसंबर 2019 तक मुख्यमंत्री, झारखंड सरकार। पार्टी जो जिम्मेदारी देगी, पूरी क्षमता से निभाऊंगा : रघुवर जासं, जमशेदपुर : पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि मैं भारतीय जनता पार्टी का एक अनुशासित कार्यकर्ता हूं। हम सभी हृदय से सदैव कार्यकर्ता ही रहेंगे। पार्टी द्वारा दिए गए उपाध्यक्ष के इस महत्वपूर्ण दायित्व को मैं पूरी जिम्मेदारी और क्षमता के साथ निभाऊंगा। जो आदर्श और विचारधारा की विरासत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय से मिली है, मैं उसे पूरी तरह से कायम रखूंगा। मुझ जैसे साधारण कार्यकर्ता को यह महत्वपूर्ण दायित्व सौंपने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष का हृदय से आभार और धन्यवाद करता हूं।