पूछे जा रहे सवाल, गुरुद्वारों की व्यवस्था बिगाड़ने में पर्दे के पीछे है कौन Jamshedpur News

टुइलाडुंगरी गुरुद्वारा मनीफीट गुरुद्वारा व सीजीपीसी के प्रधान पद की कुर्सी के लिए पर्दे के पीछे कौन हंगामा करने वालों को बढ़ावा दे रहा है। जहां -जहां हंगामा की वारदातें हुई हैं और वाद - विवाद बढ़ रहा है सभी सीजीपीसी के समर्थक गुरुद्वारा हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 01:42 PM (IST) Updated:Tue, 20 Oct 2020 01:42 PM (IST)
पूछे जा रहे सवाल, गुरुद्वारों की व्यवस्था बिगाड़ने में पर्दे के पीछे है कौन  Jamshedpur News
टुइलाडुंगरी के प्रधान दलवीर सिंह कार्यकाल समाप्त होने के बावजूद पद पर विराजमान हैं।

जमशेदपुर, जासं।  टुइलाडुंगरी गुरुद्वारा, मनीफीट गुरुद्वारा व सीजीपीसी  के प्रधान पद की कुर्सी के लिए पर्दे के पीछे कौन हंगामा करने वालों को बढ़ावा दे रहा है। जहां -जहां हंगामा की वारदातें हुई हैं और वाद - विवाद बढ़ रहा है सभी सीजीपीसी के समर्थक गुरुद्वारा हैं। लेकिन टुइलाडुंगरी गुरुद्वारा में सिख नौजवान सभा के सदस्यों द्वारा हंगामा किया जा रहा है लेकिन इन्हें भड़काने वाला कौन है। सिख नौजवान सभा को गुरुद्वारा के प्रधान पद की कुर्सी से अभी तक कोई लेना देना किसी भी गुरुद्वारा में नहीं था। यह पहली बार हुआ है जब टुइलाडंगरी गुरुद्वारा में सिख नौजवान सभा के अधिकारी प्रधान पद या फिर हिसाब-किताब के मामले में वाद- विवाद उत्पन्न कर रहे हैं। 

मनीफीट गुरुद्वारा में विवाद तो विपक्षी खेमा उत्पन्न कर रहा है लेकिन संगत को बदनाम कर रहा है। किसी भी गुरुद्वारा की संगत को गुरुद्वारा की राजनीति से कोई लेना देना नहीं होता है। वह सिर्फ गुरु घर में मत्था टेकने तक सीमित रहते हैं। लेकिन गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पक्ष व विपक्षी खेमा ही संगत का नाम लेकर अपना दावा मजबूर करने की कोशिश कर रहा है। इसी सभी मामलों के लेकर टुइलाडुंगरी गुरुद्वारा में पूर्व प्रधान दलवीर सिंह द्वारा सौंपे गए हिसाब-किताब में गड़बड़ी होने का आरोप लगाते हुए विपक्षी खेमा के परमजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह बंटी व दलवीर सिंह खेमा के बीच मारपीट हो गई। मारपीट में बंटी व एक अन्य  युवक को हल्की चोट लगी है। घटना की सूचना मिलने पर गोलमुरी पुलिस मौके पर पहुंची। दोनों पक्षों को समझा कर मामला शांत कराया।  दोनों पक्षों ने एक -दूसरे के खिलाफ गोलमुरी थाना में मारपीट व गाली गलौज करने का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत की है।  

कार्यकाल समाप्‍त होने के बाद भी पद पर बने हैं

टुइलाडुंगरी के प्रधान दलवीर सिंह कार्यकाल समाप्त होने के बावजूद पद पर विराजमान हैं। यह बात विपक्षी खेमा को हजम नहीं हो रही है। सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान ने यह निर्देश जारी किया था कि किसी भी गुरुद्वारा के प्रधान का कार्यकाल पूरा हो गया हो तो वह कोरोना संक्रमण के कारण मार्च 2021 तक अपने पद पर पूर्व की तरह रहेंगे। मार्च में चुनाव के बाद नया प्रधान घोषित किया जाएगा। लेकिन यह बात टुइलाडुंगरी के विपक्षी खेमा को मंजूर नहीं था और वे दलवीर सिंह से उनके कार्यकाल का हिसाब-किताब मांग रहे थे।  दलवीर सिंह व उनके भाई जसवीर सिंह के प्रधान पद के कार्यकाल का हिसाब सोमवार को गुरुद्वारा के नोटिस बोर्ड में लगा दिया। लेकिन इस हिसाब की पर्ची में तीन लाख 59 हजार रुपये की गड़बड़ी का आरोप विपक्षी खेमा परमजीत सिंह द्वारा लगाया जा रहा है। सोमवार की शाम टुइलाडूंगरी गुरुद्वारा के कार्यालय में ट्रस्टी रंजीत सिंह बैठे थे। उनके साथ साथ दलवीर सिंह बैठकर हिसाब किताब को समझा रहे थे। उसी समय विपक्षी खेमा के परमजीत सिंह व गुरप्रीत सिंह वहां पहुंच गए और विवाद बढ़ने लगा। विवाद बढ़ने के कारण जैसे ही दोनों खेमा गुरुद्वारा परिसर से  बाहर निकले, मारपीट शुरू हो गई। ट्रस्टी रंजीत सिंह ने बताया कि तीन लाख 59 हजार की गड़बड़ी आडिटर ने नोटिस कर अपनी रिपोर्ट सौंपी  है। इसको लेकर नौजवान सभा ने आपत्ति जताई और मारपीट शुरू हो गई।

कुर्सी से मोह का आरोप

नौजवान सभा के परमजीत सिंह ने बताया कि दलवीर सिंह अपने प्रधान की कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं हैं। जबकि ट्रस्टी रंजीत सिंह गुरुद्वारा का पूरा काम वर्तमान में देख रहे हैं। उन्होंने बताया कि हिसाब-किताम में गड़बड़ी होने पर इसकी आपत्ति जताई तो विपक्षी खेमा ने उनलोगों पर हमला कर दिया। पूर्व प्रधान जसवीर सिंह ने कहा कि गुरुद्वारा के पूरा हिसाब किताब ट्रस्टी को सौंप दिया गया है। इसके बावजूद विपक्षी झूठे आरोप लगाकर उनकी कमेटी को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं। इसका विरोध करने पर विपक्षी खेमा में शामिल नौजवान सभा के युवकों ने मारपीट शुरू कर दी।

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