आ गया क्वांटम टेक्नोलॉजी, जो सुपर कंप्यूटर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को भी छोड़ देगा पीछे

जल्द ही एक ऐसा तकनीक आ रहा है जो सुपर कंप्यूटर व आर्टिफिशिलयल इंटेलीजेंस को भी पीछे छोड़ देगा। इस तकनीक का नाम है क्वांटम टेक्नोलॉजी। जिस गणितीय गणना को पूरा करने में सुपर कंप्यूटर हजार साल लगा देता है उसे यह मिनटों में पूरा कर देता है।

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Wed, 09 Jun 2021 06:00 AM (IST) Updated:Wed, 09 Jun 2021 09:40 AM (IST)
आ गया क्वांटम टेक्नोलॉजी, जो सुपर कंप्यूटर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को भी छोड़ देगा पीछे
आ गया क्वांटम टेक्नोलॉजी, जो सुपर कंप्यूटर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को भी छोड़ देगा पीछे

जमशेदपुर। कभी हम 2 जी तकनीक की दुनिया में जी रहे थे। देखते ही देखते 5 जी का दौर आ गया। अब तो 6 जी तक बात पहुंच गई है। छोटा सा छोटा गैजट भी तकनीक पर आधारित हो। चाहे व मोबाइल हो या कंप्यूटर। ट्रेन चलाने की बात हो या फिर हवाई जहाज। लेकिन क्या आप क्वांटम टेक्नोलॉजी के बारे में जानते हैं।

यह ऐसी तकनीक है जिसके बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है। लेकिन आने वाला समय क्वांटम तकनीक का ही है। यह सुपर कंप्यूटर व आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस को भी पीछे छोड़ने जा रहा है।

आखिर क्या है बला क्वांटम टेक्नोलॉजी

क्वांटम टेक्नोलॉजी एक ऐसी तकनीक है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से भी तेज काम करती है। दुनियाभर के तकनीकी विशेषज्ञों व वैज्ञानिकों का मानना है कि फिजिक्स के सिद्धांत पर काम करने वाली इस कंप्यूटिंग में असमी संभावनाएं हैं। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि पूर्ण रूप से विकसित हो चुका क्वांटम कंप्यूटर वर्तमान समय के सुपर कंप्यूटर से भी ज्यादा ताकतवर और तेज होगा। इसे जल्द ही बाजार में उतारने की तैयारी भी चल रही है। क्वांटम तकनीक ऐसी टेक्नोलॉजी है, जिसकी मदद से ज्यादा से ज्यादा डेटा व इंफोर्मेशन को बहुत ही कम समय में प्रोसेस किया जा सकेगा। अभी सुपर कंप्यूटर से जो गणितीय गणना करने में हजारों साल लगते हैं, उसे क्वांटम तकनीक कुछ ही मिनटों में हल कर देगा।

आखिर कैसे करती है क्वांटम टेक्नोलॉजी

आप यह पहले ही जान चुके हैं कि क्वांटम तकनीक की मदद से डेटा व सूचना बहुत ही कम समय में प्रोसेस किया जा सकेगा। गूगल के रिसर्च पेपर की बात माने तो यह तकनीक यह टेक्नोलॉजी नए प्रोसेसर की टेक्निक क्वांटम बिट्स या क्यूबिट्स की सहायता से कार्य करती है, जो आधुनिक कंप्यूटिंग भाषा के रूप में शून्य और एक वैल्यू में डेटा मूल्य को रजिस्टर्ज करते हैं। वर्तमान की बात करें तो दुनिया की सबसे बड़ी टेक्नॉलॉजी कंपनियां गूगल, इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट और आईबीएम इस तकनीकी पर आजकल काम कर रही है।

 

 क्वांटम तकनीक पर भारत सरकार खर्च कर रही 8000 करोड़ रुपये

इस तकनीक का कितना महत्व है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि भारत सरकार ने 2020-21 के बजट में क्वांटम तकनीक के विकास पर अगले पांच साल में 8000 करोड़ खर्च करने की घोषणा की है। इस योजना का क्रियान्वयन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग कर रहा है।

क्वांटम टेक्नोलॉजी का इतिहास

क्वांटम टेक्नोलॉजी के बारे में पहली बार 1997 में जेरार्ड जे मिलबर्न ने अपनी किताब के माध्यम से लोगों को बताया था। तब किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया था। लेकिन बाद में जोनाथन पी डोवलिंग और गेरार्ड जे मिलबर्न ने 2003 में एक लेख भी प्रकाशित किया गया। तब जाकर तकनीकी विशेषज्ञों ने इसे गंभीरता से लिया। क्वांटम तकनीक के क्षेत्र ने क्वांटम इनफार्मेशन प्रोसेसिंग, विशेष रूप से क्वांटम कंप्यूटिंग के क्षेत्र को ज्यादा प्रभावित किया है। बस कुछ वर्षों की बात है, आने वाले समय में क्वांटम टेक्नोलॉजी सुपर कंप्यूटर तथा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को पछाड़ देगी।  

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