सड़क पर बने गढ्डे में स्नान कर सरकार व प्रशासन का किया विरोध

मऊभंडार के कुतलूडीह रेलवे फाटक के समीप सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। इन गढ्डों में पानी भर चुका है। सड़क पर बने गढ्डों के कारण आम लोगों को इस मार्ग से होकर गुजरने में काफी परेशानी होती है..

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 05:30 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 05:30 AM (IST)
सड़क पर बने गढ्डे में स्नान कर सरकार व प्रशासन का किया विरोध
सड़क पर बने गढ्डे में स्नान कर सरकार व प्रशासन का किया विरोध

संवाद सहयोगी, घाटशिला : मऊभंडार के कुतलूडीह रेलवे फाटक के समीप सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। इन गढ्डों में पानी भर चुका है। सड़क पर बने गढ्डों के कारण आम लोगों को इस मार्ग से होकर गुजरने में काफी परेशानी होती है। प्रतिदिन इस सड़क से होकर प्रशासनिक अधिकारी व जनप्रतिनिधि भी गुजरते हैं। फिर भी सिस्टम में बैठे लोगों का ध्यान सड़क की जर्जर स्थिति की ओर नहीं गया। झारखंड एकता शक्ति संगठन (जेईएसएस) के अध्यक्ष महेश करवा ने सड़क की जर्जर स्थिति पर जन प्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराने का प्रयास किया है। दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण कुतलुडीह रेलवे फाटक के समीप गड्ढे पानी से भर कर कृत्रिम तालाब में परिवर्तित हो चुका है। महेश करवा ने इस कृत्रिम तालाब में स्नान कर सरकार व प्रशासन का विरोध किया। उन्होंने कहा कि यह मुख्य सड़क है। इस सड़क से एमपी, एमएलए, एसडीओ सहित अन्य जनप्रतिनधि व प्रशासनिक अधिकारियों का वाहन गुजरता है। फिर भी उनकी नजर सड़क पर गढ्डों पर नहीं पड़ी। इस मार्ग पर दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। इसके बावजूद सरकार या प्रशासन की ओर से अब तक सड़क की मरम्मत कराने का प्रयास नहीं किया गया। उन्होंने सरकार व प्रशासन से अनुरोध किया कि जल्द से जल्द जर्जर सड़क की मरम्मत कराई जाए। बीडीओ के प्रयास से बच्चों को भेजा गया रिम्स : धोलाबेड़ा गांव का कारकाटगोड़ा टोला निवासी गानताई पूर्ती का दस माह का बेटाचंद्र पुर्ती को इलाज के लिए रांची के रिम्स अस्पताल भेजा गया। अबोध शिशु ने एक लॉकेट निगल लिया था। झामुमो नेता चैतन मुर्मू एवं मुखिया सहदेव मुर्मू के जरिए इस बात की खबर प्रखंड विकास पदाधिकारी साधुचरण देवगम एवं प्रखंड सहकारिता सह आपूर्ति पदाधिकारी सिद्धेश्वर पासवान को मिली तो शुक्रवार को किरकाटगोड़ा जाकर इलाज के लिए माता-पिता के साथ बच्चे को डुमरिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आए। जहां से डॉ श्याम सोरेन ने चिकित्सीय औपचारिकता पुरी करने के बाद रिम्स रेफर कर दिया है। प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बच्चे के माता-पिता को निजी स्तर पर नकद देकर सहायता किया। वहीं झामुमो प्रखंड समिति ने भी नकद देकर मदद पहुंचाई। बच्चे की मां जामिनी पुर्ती ने बताया कि करीब ग्यारह दिन पहले बच्चे ने एक लॉकेट निगल लिया था। उस वक्त वह खेत मे धान रोप रही थी। बच्चे की छटपटाहट देख कर माता-पिता ने घाटशिला के एक निजी नर्सिंगहोम मे इलाज के लिए ले गए थे। तभी एक्सरे मे पता चला कि बच्चे की गले के नीचे लॉकेट अटक गया है। झामुमो प्रखंड सचिव जयपाल सिंह मुर्मू, चैतन मुर्मू,लाल बिहारी भकत,धोलाबेड़ा पंचायत के मुखिया सहदेव मुर्मू के प्रयास से बच्चे को रिम्स भेजा गया।

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