Jamshedpur के मानगो डिमना रोड में दुकानें हटाने का विरोध, बैरंग लौटी नगर निगम की टीम
जमशेदपुर के मानगो में नगर निगम के अतिक्रमण हटाआे अभियान का जोरदार विरोध हुआ। हालात इस तरह के हो गए कि टीम को वापस लौटना पडा। लोगों ने अभियान में पक्षपात का आरोप लगाया। तर्क दिया कि इससे हालात बिगडेंगे।
जमशेदपुर, जासं। मानगो नगर निगम की टीम मंगलवार को लगातार दूसरे दिन डिमना रोड से अतिक्रमण हटाने के लिए दलबल के साथ पहुंच गई। लाव -लश्कर के साथ पहुंची मानगाो नगर निगम की टीम मानगो डिमना रोड मुंशी मोहल्ला स्थित मकान व दुकान के सामने चार दुकानदारों को चिन्हित कर हटाने का प्रयास करने लगी। दुकानदारों ने इसकी जानकारी भाजपा नेता विकास सिंह को दी।
सूचना मिलते ही भाजपा नेता विकास सिंह मौके पर पहुंचे और अतिक्रमण हटाने का यह कहते हुए विरोध करने लगे कि चिन्हित कर केवल चार दुकानों को ही क्यों हटाया जा रहा है। दुकानदार प्रकाश मंडल की फूल की दुकान, संतू पाल की पान दुकान, कैलाश यादव की भुजा दुकान एवं मो. शकील की रूई का दुकान है। दुकानदारों का कहना है कि 20 साल से अधिक समय से दुकान चलाकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते आ रहे हैं। इस कोरोना महामारी के दौरान जहां पेट पालना मुश्किल हो गया था एवं आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो गई कि कर्ज लेने की नौबत आ गई। ऐसे में सरकार को दुकानदारों को राहत प्रदान करना चाहिए। वहीं मानगो नगर निगम द्वारा पेट पर लात मारा जा रहा है।
पहले वेंडिंग जोन बनाया जाए, तब उजाड़ा जाए
दुकानदारों के पक्ष में आवाज बुलंद करने पहुंचे भाजपा नेता विकास सिंह ने कहा कि नगर निगम द्वारा केवल चार दुकानों को चिन्हित कर हटाना कहां से न्यायसंगत है। उन्होंने कहा कि यह नगर निगम के दोहरा चरित्र को दर्शा रहा है। उन्होंने नगर निगम टीम का जमकर विरोध किया। कहा कि कोरोना काल में दुकानदारों को नहीं उजाड़ा जाए। विकास ने कहा कि एक ओर जहां पूरे मानगों में लोग सड़क के किनारे दुकान लगाकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर केवल चार दुकान को चिन्हित करना सरासर नाजायज है। उन्होंने कहा कि पहले गरीबों को वेंडिंग जोन बनाकर रोजगार का अवसर दिया जाए, तब जाकर इन्हें उजाडा जाए। ऐसा नहीं करने पर भारतीय जनता पार्टी बड़ा आंदोलन करेगी। विरोध देखकर नगर निगम ने अपनी जेसीबी को बैरंग वापस लौटा दिया। विरोध करने वालों में भाजपा नेता विकास सिंह, विनोद राय, राम सिंह कुशवाहा, मनोज ओझा, अंकेश श्रीवास्तव, प्यारेलाल साह, सुशील पांडे आदि शामिल थे।