Womens University : एचआरडी को भेजा वीसी, प्रोवीसी के पद सृजन का प्रस्ताव

कोल्हान विश्वविद्यालय में पद सृजन कमेटी की बैठक में लिए गए कई निर्णय पर्यटन प्रबंधन व फ्रेंच भाषा के अलावा 60 विषयों की होगी पढ़ाई।

By Vikas SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 16 Sep 2019 06:44 PM (IST) Updated:Mon, 16 Sep 2019 06:44 PM (IST)
Womens University : एचआरडी को भेजा वीसी, प्रोवीसी के पद सृजन का प्रस्ताव
Womens University : एचआरडी को भेजा वीसी, प्रोवीसी के पद सृजन का प्रस्ताव

जमशेदपुर (जासं)। कोल्हान विश्वविद्यालय चाईबासा में मंगलवार को राज्यपाल व उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश पर जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी के लिए पद सृजन कमेटी की बैठक कुलपति प्रोफेसर डॉ. शुक्ला माहांती की अध्यक्षता में आयोजित हुई।

इस बैठक में वीमेंस यूनिवर्सिटी को ले पदों के सृजन को लेकर कई फैसले लिए गए। विचार-विमर्श व यूजीसी के नियमों का अवलोकन कर कुलपति, प्रति कुलपति, वित्त पदाधिकारी, रजिस्ट्रार, परीक्षा नियंत्रक सहित कई पदों के सृजन के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया।

इसी दौरान वीमेंस यूनिवर्सिटी में पर्यटन प्रबंधन, फ्रेंच भाषा तथा मानविकी के अलावा कुल 60 भाषाओं की पढ़ाई की सूची को अनुमोदित किया गया। यूजी कॉमर्स में आठ, कला और विज्ञान संकाय में चार-चार तथा पीजी में 4 एसिस्टेंट, दो एसोसिएट व एक प्रोफेसर का पद एक-एक विषय के लिए सृजित किया गया। तृतीय वर्ग में 60 तथा चतुर्थ वर्ग में 35 पदों को भी सृजित किया गया। सभी सृजित विषयों व पदों के सृजन का प्रस्ताव उच्च शिक्षा विभाग को भेज दिया गया। बैठक में कुलसचिव डॉ. एसएन सिंह, कुलानुशासक डॉ. एके झा, उप कुलसचिव एमके मिश्रा, प्रिंसिपल डॉ. मुदिता चंद्रा, डॉ. जीपी रजवाड़, गुहा राम, डॉ. लोकेनाथ उपस्थित थे। 

ओजोन से खतरे के बारे में दी जानकारी

कोल्हान विश्वविद्यालय चाईबासा के राजनीति विज्ञान विभाग में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर मंगलवार को ओजोन दिवस पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।  इसमें वायु प्रदूषण से ओजोन परत पर होने वाली हानि एवं खतरे के संबंध में विचार विमर्श किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में कुलानुशासक डॉ. एके झा ने कहा कि अंतरिक्ष में शांति, पृथ्वी में शांति हो, वनस्पति में शांति हो, यह वेदों का उद्घोष है। यह इस बात को इंगित करता है कि सब शांत रहेगा तभी हम बच पायेंगे।

ओजोन परत को ले भारत की चिंता परंपरागत है। ओजोन आज चिंता का विषय है। सोचने की बात यह चिंता क्यों बढ़ी।  इस पर हमें चिंतन की आवश्यकता है। इस मौके पर राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ. लोकेनाथ, एनएसएस कोर्डिनेटर डॉ. प्रसून दत्त सिंह, सरायकेला कॉलेज के प्राध्यापक डॉ. विनय कुमार सिंह आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन केयू के खेल प्रभारी डॉ. मनमथ सिंह ने किया।

chat bot
आपका साथी