Private School fee Hike : अभिभावकों की जेब पर बढ़ेगा बोझ, प्राइवेट स्कूल कर रहे फीस बढ़ाने की तैयारी; जान‍िए कितना हो सकता इजाफा

Private school Fee Hike. प्राइवेट स्‍कूलों में बच्‍चों को पढ़ानेेवाले अभिभावक जेब ढीली करने को तैयार रहें। स्‍कूलों ने फीस बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है। संभव है फीस में दस से 12 प्रतिशत का इजाफा हो। ये रही पूरी जानकारी।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sat, 09 Jan 2021 03:35 PM (IST) Updated:Sat, 09 Jan 2021 07:12 PM (IST)
Private School fee Hike : अभिभावकों की जेब पर बढ़ेगा बोझ, प्राइवेट स्कूल कर रहे फीस बढ़ाने की तैयारी; जान‍िए कितना हो सकता इजाफा
जमशेदपुर अनएडेड स्कूल एसोसिएशन ने शिक्षा सचिव एवं उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम को पत्र समर्पित किया है।

जमशेदपुर, जासं।  प्राइवेट स्कूलों ने  फीस बढ़ाने की तैयारी प्रारंभ कर दी है। जमशेदपुर अनएडेड स्कूल एसोसिएशन की ओर से शिक्षा सचिव एवं उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम को पत्र समर्पित किया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार समर्पित पत्र में दस से बारह प्रतिशत तक ट्यूशन फीस में वृद्धि की योजना है।

पत्र में बताया गया है कि पिछले वर्ष भी ट्यूशन फीस में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। इस वर्ष कोरोना के कारण निजी स्कूलों में शिक्षकों को वेतन देने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बावजूद इसके ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन हुआ। नए सत्र में ट्यूशन फीस में सरकार के नियमानुसार ही बढ़ोत्तरी होने से शिक्षकों के वेतन दे पाने में सहूलियत होगी तथा विद्यालय का संचालन सही ढ़ंग से हो सकेगा। हालांकि, इस संबंध में कोई कुछ नहीं बोल रहा।  लेकिन एसोसिएशन द्वारा इस संबंध में स्कूल के प्रिंसिपलों को इस संबंध में अपना प्रस्ताव तैयार रखने को कहा गया है। सारे प्रिंसिपलों ने प्रस्ताव तैयार कर रखा है। एसोसिएशन से हरी झंडी मिलते ही ट्यूशन फीस में बढ़ोत्तरी कर दी जाएगी। 

अब तक नहीं हो पाई फीस निर्धारण समिति की बैठक

पिछले दो वर्ष में गुपचुप तरीके से किए गए फीस वृद्धि के मामले में कार्रवाई को लेकर अब तक फीस निर्धारण समिति की बैठक नहीं हो पाई। स्कूलों पर क्या कार्रवाई हो इसका फैसला समिति को ही करना है। इस संबंध में जिला शिक्षा विभाग द्वारा प्रस्ताव तैयार किया गया है। मालूम हो कि सेक्रेड हार्ट कान्वेंट, डीएवी बिष्टुपुर, कार्मेल जूनियर कालेज पर फीस बढ़ोत्तरी के आरोपों की जांच शिक्षा विभाग के स्तर से की जा चुकी है। ये आरोप सही भी पाए गए हैं। अब इस मामले को फीस निर्धारण समिति के समक्ष रखना है। पिछले पांच माह से इसकी संचिका तैयार है, पर बैठक ही नहीं हो पा रही है।

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