Karim City College Jamshedpurः करीम सिटी कॉलेज में मानसून मेलोडीज की प्रस्तुति
Karim City College Jamshedpur करीम सिटी कॉलेज के एक संगठन स्पार्क ( सोसायटी ऑफ प्रोमोशन ऑफ आटक एांड कल्चर) द्वारा इस कोरोना काल में संगीत कार्यक्रम “मानसून मेलोडीज” का ऑनलाइन रूप से आयोजन किया गया। ये रही पूरी जानकारी।
जमशेदपुर, जासं। आज जहां कठिनाइयों के इस दौर में सबों का जीवन और भी अत्याधिक उलझता जा रहा है, सभी कोई प्रत्येक दिन लाखों परेशानियों से मानसिक तौर पर प्रभावित है। उन तनाव से मुक्त होने के विचार को लेकर करीम सिटी कॉलेज के एक संगठन स्पार्क ( सोसायटी ऑफ प्रोमोशन ऑफ आर्ट एंड कल्चर) द्वारा इस कोरोना काल में संगीत कार्यक्रम “मानसून मेलोडीज” का ऑनलाइन रूप से आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम की प्रस्तुति जमशेदपुर के मिज़ाज बैंड द्वारा हुई जिसमें बहु प्रतिभावान गायन एवं वाद्य यन्त्र वादक की कलायुक्त सदस्य जोकि करीम सिटी कॉलेज के पूर्व विद्यार्थी रह चुके अजय रॉय, असमत इमानुएल,नवनीत सिंह , सैमसन टुडू, सैमसन वरुण सम्मिलित द्वारा किया गया। जहां लॉकडाउन के कारण छात्रों का संस्कृतिक कार्यक्रमों से जुड़ाव खत्म हो रहा वही इस तरह के ऑनलाइन कार्यक्रम उन्हें जोड़े रखने के लिए कड़ी का काम कर रहे हैं। शुक्रवार की शाम के इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण यूट्यूब पर भी हो रहा था। मिज़ाज बैंड की प्रस्तुति ने शाम को माधुर्य बना दिया । कोरोना काल में यह गूगल मीट के माध्यम से प्रदर्शित किए जा रहे कार्यक्रम का संचालन स्पार्क के संयोजक डॉ एसएम यहीया इब्राहिम के सान्निध्य में किया गया। उन्होंने सभी गीतकारों का स्वागत भी किया ।
मानसून मेलोडीज की मेजबानी भैरी साई वल्लिका के द्वारा की गई । उन्होंने कहा कि आज के इस तनाव मुक्त दौर में संगीत ही एक मात्र ऐसा माध्यम हैं, जिसकी धुन ही केवल हमें उल्लासों और नई उम्मीदों से तरोताजा कर देती हैं। अजय रॉय ने गीत “बरसेगा सावन झूम – झूम “, नवनीत सिंह ने ”ये मौसम की बारिश ”,असमत इमानुएल ने ”दिल ये मेरा वश में नहीं ”, सैमसन टुडू ने “डूबा - डूबा रहता हूं आंखों में तेरी”, सैमसन वरुण ने ”तुमसे ही दिन होता हैं” प्रस्तुत करते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की जिसने इस मानसून के आगाज को और भी बेहतरीन बना दिया । ऐसे ही मिजाज़ बैंड के सदस्यों द्वारा बहुत से मनमोहक गीतों की प्रस्तुति की गई। साथ ही उन्होंने वर्तमान के छात्रों के साथ करीम कॉलेज और अपना अनुभव को भी साझा किया , जिसमे कई पुराने गीत प्रस्तुति के वीडियो का प्रदर्शन भी किया गया। बीते दिनों यूट्यूब पर हो रही लाइव प्रसारण मैं सभी श्रोताओं के फरमाइश को ध्यान रखते हुए गानों की प्रस्तुति भी की गई। इस आयोजित कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मानसून की बारिश रही। मौके पर स्पार्क के सदस्य एवं अन्य छात्र गूगल मीट पर ऑनलाइन उपस्थित रहे। यूट्यूब पर अन्य संगीत शौकीन ऑनलाइन रहे।