कांवरिया धाम मंदिर में राधाकृष्ण प्रतिमा का हुआ प्राण प्रतिष्ठा

सिदगोड़ा बाजार स्थित कांवरिया धाम मंदिर के प्रांगण में नव निर्मित मंदिर में प्रभु राधाकृष्ण प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा हो गया। पिछले तीन दिनों से चल रहे कार्यक्रम में अंतिम दिन बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास उपस्थित हुए।

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 02:59 PM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 02:59 PM (IST)
कांवरिया धाम मंदिर में राधाकृष्ण प्रतिमा का हुआ प्राण प्रतिष्ठा
कांवरिया धाम में मंदिर में भक्तों के साथ पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : सिदगोड़ा बाजार स्थित कांवरिया धाम मंदिर के प्रांगण में नव निर्मित मंदिर में प्रभु राधाकृष्ण प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा हो गया। पिछले तीन दिनों से चल रहे कार्यक्रम में अंतिम दिन बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास उपस्थित हुए। तीन दिवसीय समारोह केसमापन पर देवपूजन, उत्यापन, हवन, न्यास एवं मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा, पुर्णाहुति, महाआरती एवं प्रसाद वितरण आदि कार्यक्रम हुए।

प्राणप्रतिष्ठा समारोह के सारे अनुष्ठान आचार्य हेमंत पांडेय, श्रीधाम वृंदावन से आए पुरोहितो के द्वारा सम्पन्न कराया गया। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के सभी कार्यक्रम कांवरिया धाम मंदिर समिति की

देखरेख में हुआ।प्रभु श्री राधाकृष्ण प्रतिमा की स्थापना पुर्णाहुति एवं आरती के उपरांत दिन के एक बजे शुभ मुह्रुर्त में किया गया। तत्पश्चात भजन संध्या एवं नृत्य नाटिका कुमार अमित टीम के सदस्यो द्वारा आयोजन किया गया। अनुष्ठान संपन्न होने के उपरांत मंदिर कमेटी के अध्यक्ष अरुण कुमार सिह ने मंदिर कमेटी के सभी सदस्यो एवं सभी धर्म प्रेमियों के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।

आयोजन को सफल बनाने में मुख्य रुप से मंदिर कमेटी के सचिव जितेन्द्र सिह, जजमान सुनील सिह, उदय सिह, जे एन. चौधरी, बीर बहादुर सिह, राजकिशोर प्रसाद, टीएन ओझा, संताेष सिह, राजु, सुखदेव उपाध्याय, अशोक गुप्ता, अशोक सिह, अमरनाथ दुबे, पुरुषोतम राव उर्फ पुरी, चन्द्शेखरओझा, एसएन मुर्ति, गोविंदा आदि महिला-पुरुष सक्रिय रहे। सरकार के दिए गए दिशा-निर्देश में पूरा कार्यक्रम संपन्न हुआ। शारीरिक दूरी का ख्याल करते हुए तीनदिवसीय कार्यक्रम किए गए। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष अरुण सिंह के मुताबिक व्यस्तम समय के बीच कुछ पल हमें प्रभु की आराधना व पूजा-अर्चना में निकालना चाहिए।

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