Juli Ghosh Murder case Jamshedpur : जमशेदपुर के धतकडीह में जूली घोष की हत्या के मामले में नौ दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली
Juli Ghosh Murder case. जूली घोष की विगत तीन जनवरी की रात को हुई हत्या में पुलिस के हाथ नौ दिन बीत जाने के बाद भी खाली है। पुलिस पारिवारिक विवाद में हत्या का सुराग ढूंढ रही है। परिचित का ही हाथ होने की संभावना जताई जा रही है।
जमशेदपुर, जासं। बिष्टुपुर थाना क्षेत्र की धतकीडीह हरिजन बस्ती में महिला जूली घोष की विगत तीन जनवरी की रात को धारदार हथियार से प्रहार कर घर में हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने हत्या का सुराग पाने के मृतका के मोबाइल का कॉल डिटेल निकाला है और उसके संपर्क वालों से पूछताछ की, लेकिन घटना के नौ दिन बाद कोई सुराग नहीं मिल पाया।
पुलिस पारिवारिक विवाद में हत्या का सुराग ढूंढ रही है। हत्या में परिचित के ही हाथ होने की संभावना जताई जा रही है। परिवार के सदस्य ही संदेह की घेरे में हैं। हत्या का मामला परिवारिक पृष्ठभूमि, व्यक्तिगत और अवैध शराब के धंधा से जुड़ा हुआ है। मुन्ना घोष जेल में बंद है। उसके तीनों पुत्र बाहर हैं। इनमें एक शिवम घोष है। कुछ माह पहले मुन्ना को पुलिस ने गांजा और शराब के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था। पुलिस मामले में शिवम घोष और उसके भाई से पूछताछ कर चुकी है। बस्ती में एक जनवरी को परिवार के सदस्यों के बीच विवाद भी हुए थे। मृतका के बेटे सन्नी घोष ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है।
मुखी समाज ने दी आंदोलन की चेतावनी
इधर, हत्या मामले का खुलासा 15 दिन के भीतर नहीं होने पर मुखी समाज ने आंदोलन किए जाने की जानकारी दी है। एसएसपी और उपायुक्त को संबंधित पत्र भी सौंपा है। जूली के पति कल्लू की 2016 में घर के सामने ही हत्या कर दी गई थी। इससे पहले बुच्चू घोष की हत्या 2008 में कदमा में गोली मारकर और बम से हमला कर दी गई थी। उसकी हत्या के बाद से ही धातकीडीह में परिवार के लोगों की हत्या होती गई। कल्लू घोष की हत्या में होलिया मुखी समेत पांच को उम्रकैद की सजा हुई थी।