PM Kisan Samman Yojana: क्या आपने भी लिया है इस योजना का लाभ, तो बस कार्रवाइ का सामना करने को रहिए तैयार

PM MODI कइ योजनाएं देश को दे रहे हैं। उनकी चिंता लोगों को आर्थिक तंगी से बचाने की है। लेकिन वे भी फायदे लेने लगे जो पीएम मोदी की इस योजना के हकदार नहीं हैं। उन्होंने गलत होने के बारे में नहीं सोचा। अब उनके खिलाफ कार्रवाइ हो रही है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 01:55 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 05:30 PM (IST)
PM Kisan Samman Yojana: क्या आपने भी लिया है इस योजना का लाभ, तो बस कार्रवाइ का सामना करने को रहिए तैयार
आपने भी तो इस योजना का लाभ लेने की गलती नहीं की है। हां तो पढ लें ये पूरी खबर।

जमशेदपुर, जासं। PM MODI कइ योजनाएं देश को दे रहे हैं। उनकी चिंता लोगों को आर्थिक तंगी से बचाने की है। लेकिन  वे भी फायदे लेने लगे जो पीएम मोदी की इस योजना के हकदार नहीं हैं। अब उनपर कार्रवाइ हो रही है। आपने भी तो इस योजना का लाभ लेने की गलती नहीं की है। हां तो पढ लें ये पूरी खबर।

पीएम किसान सम्मान निधि से छोटे किसान को सालाना छह हजार रुपये की राशि मिलती है। यह राशि किसान के बैंक खाते में सीधे चली जाती है। झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का लाभ भी पूर्व की रघुवर सरकार ने शुरू किया था। इसमें लगभग 90 हजार लाभुक निबंधित थे।

ईद पर भी भेजी गइ थी राशि

पीएम किसान योजना के तहत ईद के पावन मौके पर नरेंद्र मोदी सरकार ने किसानों के खाते में आठवीं किस्त की राशि भेजी थी। इसमें देश के करीब 9.5 करोड़ किसानों मे लिए दो-दो हजार के हिसाब से करीब 20 करोड़ रुपये किसानों के बैंक खाते में भेजे गए थे। पीएम किसान योजना में यह प्रावधान है कि यदि कोई किसान पहली बार योजना में अपना निबंधन कराता है, तो उसे दो किस्त की राशि एक साथ दी जाती है। इस योजना में एक किसान को एक साल में दो-दो हजार रुपये के हिसाब से छह हजार रुपये दिए जाते हैं। ज्ञात हो कि झारखंड में 2019 तक मुख्यमंत्री किसान समृद्धि योजना भी लागू थी, जिसमें पूर्वी सिंहभूम जिले के करीब एक लाख किसान जुड़े थे।

सरकार कर रही जांच

सरकार अब उन लोगों की जांच कर रही है जो पात्र नहीं होने के बाद भी पीएम किसान योजना का लाभ ले रहे हैं। वे यह नहीं समझने की भूल कर बैठे कि उनका नाम आधार से जुडा है एवं आधार को पैन से भी जोडा गया है। इस तरह उनकी आमदनी का पता लगाना मुश्किल नहीं है। झारखंड के पूर्वी सिंहभूम को छोडकर कइ जिलों में वैसे लोगों की पहचान हो चुकी है जो अपात्र होते हुए भी पीएम किसान का लाभ ले चुके हैं। इनमें कोडरमा के लोग भी शामिल हैं। अब इन सबों के खिलाफ धोखाधडी का केस हो रहा है। 

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