बुलडोजर के खौफ से सहमे हैं बिरसानगर के बाशिंदे

्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास बनाने के लिए जिला प्रशासन बिरसानगर और बागुनहातु इलाके में गरीबों के मकान पर बुलडोजर चला रहा है। लोग सहमे हुए हैं। इन गरीबों को ठग कर जमीन बेच कर लाखों रुपये ऐंठने वाले भू-माफिया छुट्टा घूम रहे हैं। उन पर अब तक प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इससे लोगों में नाराजगी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Nov 2018 08:10 AM (IST) Updated:Fri, 23 Nov 2018 08:10 AM (IST)
बुलडोजर के खौफ से सहमे हैं बिरसानगर के बाशिंदे
बुलडोजर के खौफ से सहमे हैं बिरसानगर के बाशिंदे

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास बनाने के लिए जिला प्रशासन बिरसानगर और बागुनहातु इलाके में गरीबों के मकान पर बुलडोजर चला रहा है। लोग सहमे हुए हैं। इन गरीबों को ठग कर जमीन बेच कर लाखों रुपये ऐंठने वाले भू-माफिया छुट्टा घूम रहे हैं। उन पर अब तक प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इससे लोगों में नाराजगी है।

कुछ दिन पहले लालटांड़ में कई मकान जमींदोज किए गए हैं। ये लोग कहते हैं कि अब कहां जाएंगे, जीवन की गाढ़ी कमाई इन घरों में लगा दी है। आज हमलोगों का हाल है- ना घर का रहे न घाट का, अब क्या होगा आगे का। बिरसानगर के बैकुंठनगर (आस्था सिटी से सटे) के बाशिंदों में भी बुलडोजर का खौफ बैठ गया है। इन लोगों के घरों में पिछले एक सप्ताह से न तो चूल्हा जल रहा है और नहीं इनके बच्चे स्कूल ही जा रहे हैं। आशियाना उजड़ने के भय से रात-दिन ये जागकर सुबह कर रहे हैं। आज ये लोग अपने आप को कोस रहें हैं तो सरकार की भूमिका पर भी अंगुली उठा रहे हैं। बस्तीवासियों का कहना है कि जब अतिक्रमण ही हटाना था तो जिला प्रशासन और पुलिस ने भूमाफिया से मिल कर लोगों से पैसे ऐंठ कर घरों का निर्माण ही क्यों कराया?

अतिक्रमण हटाओ अभियान चलने के बाद लोगों की नींद उड़ गई है। माइक की आवाज सुनते ही लोग चौखट पर खड़े होकर इंतजार करने लगते हैं कि शायद उन्हें राहत देने वाली कोई सूचना होगी पर किसी नेता के आते देख लोग उदास हो जाते हैं। उनसे जुलूस में शामिल होने और आदोलन की अपील की जाती है ताकि उनका मकान सुरक्षित रह सके।

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भूमाफियाओं का है तगड़ा नेटवर्क

गरीबों को सरकारी जमीन बेच कर उन्हें ठगने वाले भूमाफिया में सभी सियासी दलों के नेता शामिल हैं। इन नेताओं की जिला प्रशासन में भी तगड़ी पैठ होती है। भोले-भाले ही नहीं सयाने नागरिक भी इनके चंगुल में फंस सरकारी जमीन खरीद बैठते हैं। अंचल के राजस्व कर्मचारी भी खरीद-फरोख्त के वक्त लोगों को बरगला देते हैं कि ये सरकारी जमीन नहीं है। क्योंकि उन्हें भी भूमाफिया से लाभ मिलता है।

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खटखटाया हाई कोर्ट का दरवाजा

बिरसानगर बैकुंठनगर में प्रधानमंत्री आवास बनाने के लिए कुल 40 मकान चिह्नित किए गए हैं पर लोगों को यकीन है कि बिरसानगर में कई जोन के मकान तोड़े जाएंगे। अब इनलोगों का एकमात्र सहारा झारखंड हाई कोर्ट है। कई लोगों ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। गुरुवार को बस्तीवासियों का जत्था रांची में जाकर वहां न्यायालय में गुहार लगाई है। फिलहाल वहा से अभी तक कोई आदेश नहीं आया है।

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घर टूटने की चिंता से ब्रेन हेमरेज

आशियाना उजड़ने की चिंता से बैकुंठपुर निवासी एक व्यक्ति को ब्रेन हेमरेज हो गया है। नाम नहीं बताते हुए उनकी पत्‍‌नी ने कहा कि गांव से पैसे मंगाकर और यहां कर्ज व्यवस्था कर घर बनवाया था जो उजड़ गया है। इसकी चिंता से उनके पति की तबीयत खराब है। उनका इलाज फिलहाल टाटा मोटर्स अस्पताल में चल रहा है। मकान टूटने के बाद उषा देवी का परिवार भी सदमे में है। उनकी सास पी. देवी से जब भी कोई हालात जानने का प्रयास करता तो वह रोने लगती हैं। वह कहती हैं कि अपने घर का जेवर बेचकर जमीन खरीदी और अब टूटते देख कलेजा पसीजने लगता है। गोपाल, मीनु व संजीता का कहना है कि हमें कानूनी जानकारी नहीं है। जब सरकार के लोग पैसा लेकर बसाते थे तो हम धोखे में बस गए। जीवनभर की गाढ़ी कमाई पानी में चली गई पर सरकार के लोग आज चादी काट रहे हैं। कई लोग पास के ही ट्वीन सिटी में फ्लैट लेकर रहते हैं। जब मकान टूटता है तो वे अपनी छत से तमाशा देखते हैं। सरकार को चाहिए कि वे वर्तमान और तत्कालीन थानेदारों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई करे।

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सिंडिकेट बनाकर बेच रहे थे जमीन

बस्तीवासियों ने बताया कि 15 लोगों का एक सिंडिकेट था जो मोटी रकम लेकर जमीन बेच रहे थे। आज जब उनके खिलाफ बिरसानगर थाने में शिकायत करने गए थे तो थानेदार ने लिखित शिकायत लेने से इंकार कर दिया। थानेदार ने कहा कि पहले जमीन का सही पेपर लेकर आइए फिर केस कीजिए।

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बाउरी बस्ती में हुआ सीमांकन

बागुनहातु की बाउरी बस्ती में गुरुवार को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत चिह्नित 11.11 एकड़ जमीन का सीमांकन हुआ। नगर प्रबंधक रवि भारती ने बताया कि ये सीमांकन अमीन ने किया।

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