जन्म के वक्त ऑक्सीजन की कमी से बढ़ रहे मिर्गी के मरीज
मिर्गी एक रोग है। भूत-प्रेत के चक्कर में लोग न पड़ें। इसके प्रति लोगों को जागरूक होने की जरूरत है।
जमशेदपुर,जासं। मिर्गी एक रोग है। भूत-प्रेत के चक्कर में लोग न पड़ें। इसके प्रति लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। न्यूरो फिजिशियन डॉ. एमएन सिंह ने कहा कि मिर्गी बीमारी बढ़ने का एक कारण असुरक्षित प्रसव भी है। जन्म के समय बच्चों को ऑक्सीजन नहीं मिलना, सिर में चोट लगना या इंफेक्शन होना भी कारण हो यह रोग हो सकता है। इसलिए जरूरी है सुरक्षित प्रसव होना।
मस्तिष्क की एक क्रोनिक बीमारी
उन्होंने कहा कि मिर्गी मस्तिष्क की एक क्रोनिक बीमारी है। इसमें व्यक्ति के न्यूरॉन्स (मस्तिष्क की कोशिकाओं) में अचानक अत्यधिक विद्युत का संचार होने के कारण दौरा पड़ता है और व्यक्ति मूर्छित हो जाता है। यह बीमारी किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है।
भारत में 10 लाख पीडि़त
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार विश्व में लगभग 50 मिलियन लोग मिर्गी के रोग से पीड़ित हैं, जिसमें से 80 फीसद लोग विकासशील देशों में रहते हैं। भारत में करीब दस लाख लोग मिर्गी से पीड़ित है।
ये हैं लक्षण
मिर्गी के लक्षण में अचानक लड़खड़ाना, बेहोशी, हाथ या पैर में सनसनी महसूस होना, हाथ व पैरों की मांसपेशियों में जकड़न सहित अन्य शामिल हैं। इस अवसर पर दो दर्जन से अधिक ग्रामीण क्षेत्रों के लोग व मरीज शामिल थे।