व्यवस्था की खुली पोल : एर्नाकुलम स्पेशल से पहुंचे सभी श्रमिकों की नहीं हुई जांच, ऑटो से घर पहुंचे पॉजिटिव यात्री

Corona Test of Rail passenger एर्नाकुलम टाटा स्पेशल टाटानगर पहुंची पहुंची तो व्यवस्था की पोल खोल गई। यहां दूसरे राज्यों से आए यात्रियों की जांच के लिए पर्याप्त मात्रा में न तो किट थे और न ही पॉजिटिव यात्रियों को घर तक छोड़ने के लिए एंबुलेंस।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 03:51 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 03:51 PM (IST)
व्यवस्था की खुली पोल : एर्नाकुलम स्पेशल से पहुंचे सभी श्रमिकों की नहीं हुई जांच, ऑटो से घर पहुंचे पॉजिटिव यात्री
एर्नाकुलम से हावड़ा, मिदनापुर और आसनसोल के यात्रियों की कोविड जांच नहीं हुई।

जमशेदपुर, जासं।  टाटानगर रेलवे स्टेशन पर मंगलवार सुबह सवा चार बजे एर्नाकुलम से चलकर टाटानगर पहुंची 80190 एर्नाकुलम टाटा स्पेशल पहुंची तो व्यवस्था की पोल खोल गई। यहां दूसरे राज्यों से आए यात्रियों की जांच के लिए पर्याप्त मात्रा में न तो किट थे और न ही पॉजिटिव यात्रियों को घर तक छोड़ने के लिए एंबुलेंस। ऐसे में पॉजिटिव मिले यात्री ऑटो से अपने घर की ओर रवाना हुए।

जिला प्रशासन की ओर से सोमवार रात लगभग 12 बजे रेलवे के वरीय अधिकारियों को फोन आया कि एर्नाकुलम स्पेशल में लगभग 600 श्रमिक लौट रहे हैं। इनकी जांच की व्यवस्था की जाए। इसके बाद रेल अधिकारी अलर्ट हुए और चार बजे सिविल डिफेंस की टीम पहुंची। लेकिन जिला प्रशासन के एक भी अधिकारी इस दौरान उपस्थित नहीं थे। यह स्थिति तब दिखी जब सोमवार को ही उपायुक्त सूरज कुमार की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर स्टेशन पर जांच के लिए आदेश जारी किया है। इसके लिए जोनल, सब जोनल और सेक्टर दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की है। लेकिन एक भी अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं थे। सवाल उठता है कि जब श्रमिक स्पेशल नहीं थी तो सभी यात्रियों के जांच का आदेश प्रशासन की ओर से क्यों दिया गया। विशेष अभियान के तहत यदि जांच कराया गया तो पर्याप्त संसाधन उपलब्ध क्यों नहीं थे। यदि जांच के बाद भारी संख्या में यात्री पॉजिटिव मिलते तब क्या होता। यह एक बड़ा सवाल है।

सिविल डिफेंस ने संभाला मोर्चा

देर रात एक फोन के बाद सिविल डिफेंस की टीम सक्रिय हुई और पूरी टीम और स्वास्थ्य विभाग कोविड किट के साथ सुबह चार बजे ही टाटानगर स्टेशन पर पहुंचे। एर्नाकुलम को दो नंबर प्लेटफार्म पर लगाया गया। इसके बाद ट्रेन से उतरे लगभग 600 यात्रियों को लाइन में लगाकर एक नंबर पर लाया गया। इनमें से पूर्वी सिंहभूम के 142 यात्रियों की जांच की गई। इनमें से पांच पॉजिटिव पाए गए।

बाहरी यात्रियों की नहीं हुई जांच

एर्नाकुलम से हावड़ा, मिदनापुर और आसनसोल के यात्रियों की कोविड जांच नहीं हुई। हावड़ा, मिदनापुर व सियालदाह के लगभग 200 से ज्यादा यात्री थे। इनमें से कुछ यात्री स्टेशन से बाहर निकले और अपने लिए बस बुक कर निकले क्योंकि दक्षिण पूर्व रेलवे ने टाटानगर से हावड़ा के बीच चलने वाली स्टील एक्सप्रेस को बंद कर दिया है। वहीं, आसनसोल के यात्री 03288 साउथ बिहार फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन से रवाना हुए। तब तक सभी यात्री प्लेटफार्म संख्या एक पर ही बैठ ट्रेन का इंतजार करते रहे।

भगदड़ की रही स्थिति

जैसे ही दो नंबर प्लेटफार्म पर एर्नाकुलम एक्सप्रेस पहुंची तो टाटानगर स्टेशन पर भगदड़ की स्थिति रही। खासकर हावड़ा और मिदनापुर जाने वाले यात्री कोविड टेस्ट नहीं कराना चाहते थे इसलिए उतरने के साथ ही वे बाहर की ओर भागने लगे। लेकिन प्लेटफार्म संख्या एक पर उन्हें सिविल डिफेंस की दूसरी टीम ने रोक दिया।

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