Blood shortage : चाईबासा के ब्लड बैंक में बचा मात्र 30 यूनिट रक्त, 1 मई के बाद होगी स्थिति और खराब

पश्चिम सिंहभूम जिला ब्लड बैंक में ब्लड की भारी कमी हो चुकी है। आनेवाले समय में स्थिति और भी बिगड़ सकती है। कोविड वैक्सीनेशन 18 से 45 आयु वर्ग के लिए 1 मई से शुरू हो रह है। वैक्सीन लेनेवालों के लिए ब्लड देने को समय की बाध्यता है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Tue, 27 Apr 2021 08:32 PM (IST) Updated:Wed, 28 Apr 2021 08:51 AM (IST)
Blood shortage : चाईबासा के ब्लड बैंक में बचा मात्र 30 यूनिट रक्त, 1 मई के बाद होगी स्थिति और खराब
रोना संक्रमण की वजह से कोई वृहद रूप से ब्लड कैंप का आयोजन भी नहीं कर रहा है।

चाईबासा, जासं। कोल्हान के पश्चिम सिंहभूम जिला ब्लड बैंक में ब्लड की भारी कमी हो चुकी है। आनेवाले समय में स्थिति और भी बिगड़ सकती है। दरअसल, कोविड-19 की वैक्सीन 18 से 45 आयु वर्ग के लिए 1 मई से शुरू होने जा रही है। वैक्सीन लेने के बाद कम से कम 60 दिनों तक रक्तदाता रक्तदान नहीं कर सकते। ऐसे में ब्लड बैंक में रक्त की काफी कमी हो जाएगी, क्योंकि ज्यादातर रक्तदाता 18 से 45 आयु वर्ग के हैं।

नेशनल ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल के अनुसार वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के 28 दिन बाद तक आप रक्तदान नहीं कर सकते। यूं भी रक्तदाता 3 महीने के बाद ही रक्तदान करता है। इसलिए हर रक्तदाता को चाहिए कि रक्तदान करने के बाद वैक्सीन लगवाएं। जो रक्तदाता कोवैक्सीन का टीका लेते हैं वे 56 दिनों के बाद रक्तदान कर सकते हैं तथा कोविशिल्ड लगाते हैं वह 84 दिनों के बाद रक्तदान कर सकते हैं। चाईबासा ब्लड बैंक के टेक्नीशियन मनोज कुमार ने इस स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि मार्च से लेकर जुलाई तक प्रत्येक माह लगभग 500 यूनिट रक्त की जरूरत चाईबासा ब्लड बैंक में होती है। वर्तमान में स्थिति इतनी दयनीय है कि ब्लड बैंक में मात्र 30 यूनिट ब्लड ही बचा हुआ है।

कोरोना की वजह से नहीं लग रहा कैंप

कोरोना संक्रमण की वजह से कोई वृहद रूप से ब्लड कैंप का आयोजन भी नहीं कर रहा है। इसकी वजह से रक्त की भारी कमी ब्लड बैंक में हो रही है। कोविड-19 इंजेक्शन लगाने वाले सभी लोगों से अपील है कि वह पहले रक्तदान करें, उसके बाद ही कोविड-19 का टीका लगवाएं। रक्तदान करने के बाद टीका लगाने से कोई परेशानी नहीं होगी। साथ ही जरूरतमंद लोगों को ब्लड भी आसानी से उपलब्ध हो जाएगा। अगर यह मुहिम चल पड़ी तो ब्लड की कमी नहीं होगी अन्यथा जिला को ब्लड की भारी कमी से जूझना पड़ सकता है। अभी कॉलेज तथा सामाजिक गतिविधियां रुकी हुई हैं इसलिए व्यापक स्तर पर रक्तदान शिविर नहीं हो पा रहा है। ऐसे में 18 से 45 आयु वर्ग के सभी लोगों से आग्रह है कि वैक्सीन जरूर से लगना है मगर रक्तदान करने के बाद ताकि जिले में रक्त की कमी न होने पाये।

       -कुणाल सर्राफ, सचिव, पश्चिमी सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, चाईबासा

chat bot
आपका साथी