पितृ पक्ष और श्राद्ध विधि : शास्त्र एवं शंका समाधान विषय पर आज होगा ऑनलाइन विशेष संवाद

Pitru Paksha and Shradh Vidhi पितृ पक्ष और श्राद्ध विधि शास्त्र एवं शंका समाधान’ विषय पर आज ऑनलाइन विशेष संवाद होगा। सनातन संस्था व हिंदू जनजागृति समिति के संयुक्त तत्त्वाधान में वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 12:38 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 12:38 PM (IST)
पितृ पक्ष और श्राद्ध विधि : शास्त्र एवं शंका समाधान विषय पर आज होगा ऑनलाइन विशेष संवाद
गणेशोत्सव समाप्त होने पर पितृपक्ष आरंभ होता है।

जमशेदपुर, जासं। गणेशोत्सव समाप्त होने पर पितृपक्ष आरंभ होता है। हिंदू धर्म में ‘पितृ ऋण’ चुकाने के लिए श्राद्ध विधि करने को विशेष महत्त्व दिया गया है, परंतु समाज को श्राद्ध करने का महत्त्व और उस विषय में धर्मशास्त्र ज्ञात न होने के कारण श्राद्ध के विषय में अनेक भ्रांतियां फैली हुई हैं। ऐसे में शास्त्र समझकर धर्माचरण करने पर उसका अधिक लाभ होता है।

इसलिए श्राद्ध पक्ष के विषय में सनातन संस्था और हिंदू जनजागृति समिति के संयुक्त तत्त्वाधान में रविवार को ‘पितृपक्ष और श्राद्ध विधि : शास्त्र एवं शंका समाधान’ विषयक ऑनलाइन विशेष संवाद का आयोजन किया गया है। 19 सितंबर 2021 को सायं 7 बजे हिंदी और कन्नड में, जबकि 20 सितंबर 2021 को सायं 7 बजे मराठी में यह कार्यक्रम होगा। इसका अधिकाधिक हिंदू लाभ लें, ऐसा आवाहन सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से किया गया है।

ये करेंगे मार्गदर्शन

शंभू गवारे (पूर्व एवं पूर्वोत्तर राज्य समन्वयक, हिंदू जनजागृति समिति) ने बताया कि हिंदू धर्म के इस महत्वपूर्ण संस्कार पर में मराठी में सनातन संस्था के धर्मप्रसारक संत सद्गुरु नंदकुमार जाधवजी, हिंदी में हिंदू जन जागृति समिति के धर्मप्रसारक संत पू. नीलेश सिंगबाळजी तथा कन्नड़ में सनातन संस्था के धर्मप्रसारक संत पू. रमानंद गौडाजी इस विषय पर मार्गदर्शन करेंगे। कार्यक्रम में प्रधानता से ‘पितृ पक्ष में किस दिन श्राद्ध करना लाभदायक है?’, ‘श्राद्ध किसे करना चाहिए?’, ‘वर्तमान कोरोना महामारी के काल में श्राद्ध हेतु पुरोहित उपलब्ध न होने पर क्या करें?’, ‘श्राद्ध की सामग्री उपलब्ध न होने पर किस प्रकार श्राद्ध पक्ष करें?’, ‘क्या है पितृदोष दूर करने के उपाय?’ ऐसे अनेक प्रश्‍नों के उत्तर इस कार्यक्रम में दिए जाएंगे।

निम्न लिंक पर आप इसका लाभ उठा सकते हैं

- मराठी और हिन्दी : Youtube.com/HinduJagruti

- कन्नड : Youtube.com/HJSKarnataka

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