ग्रामीण की मौत के बाद बांसपानी रेलवे स्टेशन में ग्रामीणों ने बोला धावा, चार आरपीएफ जवान गंभीर रूप से घायल
बांसपानी रेलवे स्टेशन में हुई तोड़फोड़ के बाद चार आरपीएफ जवानों की बंधक बनाकर पिटाई ग्रामीणों ने कर दी थी। एक आरपीएफ जवान को गंभीर हालत में जमशेदपुर भेजा गया है जबकि तीन घायल जवान का इलाज जोड़ा टाटा स्टील अस्पताल में किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता चाईबासा। चक्रधरपुर रेल मंडल के बांसपानी स्टेशन में मंगलवार की रात स्थानीय ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा। आरपीएफ की पिटाई से एक ग्रामीण की मौत का आरोप लगाते हुए सैकड़ों की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने स्टेशन और फिर आरपीएफ बैरक पर हमला बोल दिया। जमकर पथराव और आगजनी की गई। स्टेशन मास्टर कक्ष से लेकर पूरे स्टेशन में जमकर तोड़फोड़ की गई। हमले में चार आरपीएफ के जवान घायल हुए हैं। आरपीएफ जवान शमशेर , सब इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार व एक और जवान गंभीर रूप से घायल है। जिनका इलाज जोड़ा के टाटा स्टील अस्पताल में किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, बांसपानी के भोंजोहाटिंग निवासी लक्ष्मण पात्रो नामक 27 वर्षीय युवक को आयरन ओर चोरी के आरोप में आरपीएफ द्वारा दो नम्बर रेलवे लाईन से लगभग रात्रि नौ बजे पकडा़ गया था । उक्त युवक ने भागने की कोशिश की तभी आरपीएफ द्वारा मारपीट की गई। जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत गई। इसकी सूचना मिलते ही भोंजोहाटिंग और कोयलाहाटिंग के आक्रोशित ग्रामीण शव लेकर स्टेशन के सामने पहुंच गए। जिसके बाद स्टेशन पर पथराव और तोड़फोड़ शुरू कर दी। स्टेशन पर उपद्रव करने के बाद ग्रामीण आरपीएफ बैरक की ओर चले गए और वहां पथराव शुरू कर दिया। जिसमें चार जवानों को ग्रामीण ने घेरकर पिटाई शुरू कर दी। जिसमें से राजू कुमार नामक आरपीएफ जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। उन्हें इलाज के लिए जोड़ा अस्पताल में भर्ती कराया गया जबकि दो जवानों की स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है। जिनका बेहतर इलाज अस्पताल में किया जा रहा है
स्थिति बनी है तनावपूर्ण
घटनास्थल पर अभी भी स्थिति भारी तनावपूर्ण है । आेडिशा पुलिस भी मौके पर पहुंच स्थिति को नियंत्रित करने में जुटी हुई है। वहीं दूसरी ओर आरपीएफ सूत्रों के अनुसार कहा जा रहा है कि लक्ष्मण पात्रो ट्रैक पर गिरा हुआ था और उन्होंने उसे उसके घर पहुंचा दिया था। जिसके बाद उसकी मौत हो गई। ग्रामीणों ने आरपीएफ पर पिटाई का आरोप लगा दिया। गौरतलब है कि बांसपानी स्टेशन पर कोयला चोरी का खेल काफी पुराना है। इसमें रेलवे का संरक्षण भी हासिल है। हालत को देखते हुए पुलिस प्रशासन और रेलवे के वरीय पदाधिकारी घटनास्थल पर जमे हुए हैं। वही स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए बांसपानी रेलवे स्टेशन के आसपास 144 धारा लगा दी गई है।