ऑटो चालक के आकस्मिक निधन से बिखर गया परिवार

मनुष्य का ¨जदगी का कोई भरोसा नहीं है कि कब कहां कैसे इस दुि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Aug 2018 06:04 PM (IST) Updated:Mon, 27 Aug 2018 06:04 PM (IST)
ऑटो चालक के आकस्मिक निधन से बिखर गया परिवार
ऑटो चालक के आकस्मिक निधन से बिखर गया परिवार

संवाद सहयोगी, घाटशिला : मनुष्य का ¨जदगी का कोई भरोसा नहीं है कि कब कहां कैसे इस दुनिया से चल बसे। सोमवार को सुबह भी कुछ ऐसा ही घटना प्रखंड के पावड़ा पंचायत के फूलडुंगरी में देखने को मिला। बबलू गोराई नामक ऑटो चालक को अचानक सुबह पेट दर्द शुरू हुआ तो उसने अपने मित्र की मदद से अनुमंडल अस्पताल जांच कराने गया। परिजनों के अनुसार चिकित्सक द्वारा सुई देते ही वे गिर पड़ा। बाद में अन्य चिकित्सकों ने देखा तो उसे मृत घोषित कर दिया। बबलू गोराई का मित्र किंकर दास ने बताया कि बबलू का अनुमंडल अस्पताल में चिकित्सक द्वारा जांच करने के उपरांत अचानक टूल से नीचे गिर गया। चिकित्सक जब तक कुछ समझ पाते तबतक उसने दम तोड़ दिया। परिजनों के मदद से बाद में उसे स्थानीय नर्सिंग होम में लाया गया। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बबलू के निधन से पूरा परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। बबलू अपने पीछे दो छोटे बच्चे व पत्नी को छोड़ गया। बबलू के अलावा घर में दूसरा कोई कमाने वाला नहीं था। हालांकि स्वर्णरेखा नदी घाट में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस संबंध में प्रभारी अनुमंडल चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शंकर टुडू ने बताया कि यह आश्चर्यजनक घटना है। बताया कि बबलू पैदल चलकर अस्पताल के चिकित्सक कक्ष तक आया था। उन्होंने बताया कि जो डॉक्टर जांच कर रहे थे उन्होंने बताया कि संभवत हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई।

----------

पारिवारिक लाभ व विधवा पेंशन की होगी पहल

घटना की सूचना मिलते ही मुखिया बैजू मुर्मू ने मौके पर पहुंचकर परिवार के सदस्यों को सांत्वना देते हुए कहा कि बड़ी दुखद घटना है। सरकारी प्रक्रिया के तहत जल्द से जल्द पारिवारिक लाभ योजना से परिवार को थोड़ा बहुत आर्थिक मदद किया जाएगा। इसके अलावा उसकी पत्नी को विधवा पेंशन की भी प्रक्रिया शुरू कर पेंशन दिलाने का प्रयास किया जाएगा।

------------

बबलू गोराई के निधन से पत्नी कुसुम लता गोराई का रो-रोकर बुरा हाल था। उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि इस तरह दुख का पहाड़ टूट पड़ेगा। 11 वर्षीय पुत्री रेणुका गरोई व 13 वर्षीय पुत्र गणेश गारोई को लेकर पहाड़ जैसी ¨जदगी किसके सहारे गुजरेगी। बार-बार यही कह कर चिखती चिल्लाते गिर रही थी। आस-पास की महिलाएं व सगे संबंधी लाख सांत्वना देते रहे पर कुसुम लता की स्थिति काफी खराब थी। वैसे बबलू गोराई के अन्य भाई भी है पर सभी अपने-अपने परिवार को लेकर अलग रहते है।

chat bot
आपका साथी