जाने शहर का कौन सा गुरूद्वारा न्यूजीलैंड के आर्कलैंड की तर्ज पर बना झारखंड का नंबर वन गुरूद्वारा

जमशेदपुर का सोनारी गुरूद्वारा न सिर्फ जिले का बल्कि पूरे झारखंड का नंबर वन गुरूद्वारा बन गया है। सोनारी गुरूद्वारा के प्रधान सरदार तारा सिंह ने बुधवार को प्रेसवार्ता कर यह जानकारी दी। सोनारी गुरूद्वारा में न्यूजीलैंड के आर्कलैंड स्थित गुरूद्वारे की तर्ज पर वे तमाम सुविधाएं हैं।

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 03:29 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 03:29 PM (IST)
जाने शहर का कौन सा गुरूद्वारा न्यूजीलैंड के आर्कलैंड की तर्ज पर बना झारखंड का नंबर वन गुरूद्वारा
सोनारी गुरूद्वारा के आधुनिक किचन को दिखाते प्रधान सरदार तारा सिंह सहित अन्य

 जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। जमशेदपुर का सोनारी गुरूद्वारा न सिर्फ जिले का बल्कि पूरे झारखंड का नंबर वन गुरूद्वारा बन गया है। जहां हर तरह की सुविधाएं है। सोनारी गुरूद्वारा के प्रधान सरदार तारा सिंह ने बुधवार को प्रेसवार्ता कर यह जानकारी दी। बकौल सरदार तारा सिंह, सोनारी गुरूद्वारा में न्यूजीलैंड के आर्कलैंड स्थित गुरूद्वारे की तर्ज पर वे तमाम सुविधाएं हैं जो एक गुरूद्वारे को आदर्श बनाती है। गुरूद्वारा की वर्तमान कमेटी ने पिछले दो वर्षो में ये सारी सुविधाओ का निर्माण की है। इसमें गुरूद्वारा परिसर में संगत के लिए गुरू रामदास हॉल का निर्माण किया गया है। इसके लिए चार जर्जर कमरों को तोड़कर एक बड़े हॉल का निर्माण किया गया। साथ ही हॉल के किनारे संगत के लिए आधुनिक बाथरूम का भी निर्माण करवाया गया है। इसके अलावे गुरूद्वारा में संचालित पुराने किचन को तोड़कर एक नया और आधुनिक किचन बनाया गया है। किचन को धुंआरहित बनाने के लिए यहां बड़ी-बड़ी चिमनियों की भी व्यवस्था की गई है। साथ ही नए किचन में चूल्हे का आकार भी बड़ा किया गया है ताकि समय की बचत भी हो और प्रसाद जल्दी तैयार हो सके।

इस नए किचन में काम करने वाले सेवादारों को अब धुंए से कोई परेशानी भी नहीं होगी। वहीं प्रधान ने बताया कि पहले इस गुरूद्वारे के पास मोक्ष वाहन नहीं थे, लेकिन कमेटी के प्रयास से वर्ष 2019 में हमने मोक्ष वाहन गाड़ी की व्यवस्था की। जिसे निश्शुल्क सेवा के तहत सदस्यों को दी जाती है। गुरूद्वारा के प्रधान ने बताया कि गुरूनानक देव जी के 551वें प्रकाश उत्सव पर हम इस वर्ष प्रभात फेरी नहीं कर गुरूद्वारा परिसर में ही शारीरिक दूरी का पालन करते हुए सुबह पांच से छह बजे के बीच एक सप्ताह तक कीर्तन दरबार लगाया। साथ ही युवाओं को अपने धर्म, सिखों के इतिहास की जानकारी देने के लिए कई तरह की प्रतियोगिता का भी आयोजन किया। बच्चों को धर्म के विषय पर ज्यादा से ज्यादा जानकारी हो, इसके लिए क्विज, निबंध, चित्रांकन जैसी प्रतियाेगिताओं का आयोजन किया गया। प्रेसवार्ता में चेयरमैन राजेंद्र सिंह, वरीय उपाध्यक्ष सरदार हरजीत सिंह विरदे, महासचिव कमलजीत सिंह चावला व स्त्री सत्संग सभा की चेयरमैन जसवंत कौर उपस्थित थे।

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