एक्सएलआरआइ के प्रोफेसर ने किया कमाल, अब मोबाइल पर मिलेगी कोरोना रिपोर्ट

Covid 19. एक्सएलआरआइ के प्रोफेसर गिरिधर रामचंद्र ने ऐसी तकनीक विकसित की है जिससे अब लोगों को अस्पताल या फिर जिला सर्विलांस विभाग का चक्कर नहीं लगाना होगा।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 12:11 PM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 01:26 PM (IST)
एक्सएलआरआइ के प्रोफेसर ने किया कमाल, अब मोबाइल पर मिलेगी कोरोना रिपोर्ट
एक्सएलआरआइ के प्रोफेसर ने किया कमाल, अब मोबाइल पर मिलेगी कोरोना रिपोर्ट

जमशेदपुर ,अमित तिवारी। एक्सएलआरआइ-जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के प्रोफेसर गिरिधर रामचंद्र ने जमशेदपुर के लोगों को बड़ी राहत देने का काम किया है। उन्होंने ऐसी तकनीक विकसित की है जिससे अब लोगों को अस्पताल या फिर जिला सर्विलांस विभाग का चक्कर नहीं लगाना होगा।

लैब से रिपोर्ट आते ही संबंधित व्यक्ति के मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम से सूचना चली जाएगी कि रिपोर्ट पॉजिटिव है या निगेटिव। इसके लिए प्रोफेसर गिरिधर ने कोई शुल्क नहीं लिया है, बल्कि टेस्ट केयर एसएमएस अलर्ट सिस्टम विकसित करने में अपना पैसा लगाया है। खास बात यह है कि गिरिधर रामचंद्र बीते तीन माह से जिला परिवहन विभाग को मुफ्त में अपनी सेवा दे रहे थे। कोरोना महामारी से लड़ाई में जिला प्रशासन का सहयोग करने के लिए उन्होंने उपायुक्त से आग्रह किया था। उपायुक्त ने उनका आवेदन स्वीकार करते हुए जिला सर्विलांस विभाग में उनको बड़ी जिम्मेवारी सौंपी, जिसे वह भलीभांति निभा रहे हैं।

 आसानी से मिल जाएगी रिपोर्ट 

प्रोफेसर गिरिधर रामचंद्र ने बताया कि बीते तीन माह में मैंने महसूस किया कि लोग नमूना देने के बाद काफी घबराए हुए होते हैं कि उनका रिपोर्ट पॉजिटिव आएगा या निगेटिव। इसके कारण वे बार-बार अस्पताल, लैब या जिला सर्विलांस विभाग का चक्कर लगाते रहते हैं। अगर रिपोर्ट नहीं मिली तो वह परेशान होते हैं। साथ ही चिड़चिड़ा भी जाते हैं। इसे देखते हुए मेरे मन में एक विचार आया कि क्यों न एक ऐसा सिस्टम विकसित किया जाए कि इन लोगों को यहां आने की जरूरत ही नहीं पड़े। उन्हें घर पर ही रिपोर्ट आसानी से उपलब्ध हो जाएं। इसके बाद मैंने उसपर काम करना शुरू किया और सफलता मिल गई। दरअसल, हमारे पास नमूना देने वाले का नाम, पता, फोन नंबर सहित अन्य जानकारी उपलब्ध रहती है। अब एक आइडी जेनरेट किया गया है जिसके माध्यम से लोगों को उनके मोबाइल नंबर पर मैसेज भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसे राज्यभर में लागू किया जा सकता है।

ये भी जानें 

कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए सबका योगदान जरूरी है। मैं भी इसी उद्देश्य के साथ जुड़ा। मैं तीन माह से सर्विलांस सिस्टम का काम देख रहा हूं। इस दौरान रिपोर्ट लेने के लिए काफी भीड़ होती थी। अब रिपोर्ट लेने के लिए भीड़ नहीं लगेगी। उनके मोबाइल पर रिपोर्ट चली जाएगी।

- गिरिधर रामचंद्र, प्रोफेसर, एक्सएलआरआइ।

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