जमशेदपुर में एनएच 33 की फिर से मरम्मत, ठेकेदार सिर्फ भरे थे गड्ढे
रांची से बहरागोड़ा जानेवाले राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच 33) की जमशेदपुर में फिर से मरम्मत शुरू हो गई है। इसके पहले ठेकेदार कंपनी जयमाता दी कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड ने सिर्फ गड्ढे भर दिए थे।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। रांची से बहरागोड़ा जानेवाले राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच 33) की जमशेदपुर में फिर से मरम्मत शुरू हो गई है। इसके पहले ठेकेदार कंपनी जयमाता दी कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड ने सिर्फ गड्ढे भर दिए थे। इसकी ठोस मरम्मत नहीं की गई थी। इससे सड़क फिर से खराब होने लगी थी। दैनिक जागरण में इस संबंध में चार फरवरी को प्रमुखता से खबर छपने के बाद ठेकेदार ने गुरुवार से सड़क की मरम्मत का काम फिर शुरू किया है।
रांची से महुलिया तक एनएच 33 की मरम्मत के लिए एनएचएआइ ने 16 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। रांची से जमशेदपुर का एनएच 33 की मरम्मत का टेंडर पिछले साल हुआ था। जयमाता दी कंपनी को टेंडर मिलने के बाद अक्टूबर में मरम्मत का काम शुरू हुआ, लेकिन कंपनी ने हर साल की तरह इस साल भी मरम्मत का काम ढंग से नहीं किया। इस वजह से महीने भर में ही सड़क उखड़ने लगी। जमशेदपुर में पारडीह से डिमना चौक के बीच कई जगह सड़क उखड़ गई। डिमना चौक से पारडीह चौक की तरफ बढ़ने से स्वर्णरेखा कॉलोनी के पास सड़क पूरी तरह जर्जर हो गई। यहां बड़े-बड़े गड्ढे हो गए। दैनिक जागरण ने एनएच की दुर्दशा को प्रकाशित किया तो ठेकेदार ने गड्ढों को स्लैग से भरवा दिया, लेकिन ये स्लैग कुछ दिन में ही उड़ गया और सड़क पहले जैसी हो गई।
जांच में सामने आई बात
इस पर दैनिक जागरण ने चार फरवरी के अंक में ‘ढंग से करें मरम्मत तो बचेंगे 21 करोड़’ नामक शीर्ष से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद एनएचएआइ के अधिकारियों ने मामले की जांच की तो पाया कि ठेकेदार ने डिमना रोड और पारडीह के बीच सड़क की ठीक से मरम्मत नहीं की है। इस पर अधिकारियों ने ठेकेदार को डिमना चौक और पारडीह चौक के बीच एनएच 33 की मरम्मत करने का आदेश दिया। अब ठेकेदार ने स्वर्णरेखा कॉलोनी के पास सड़क की मरम्मत का काम शुरू किया है। यहां तारकोल और गिट्टी डाल कर सड़क को दोबारा बनाया जा रहा है।
तारकोल कम, गिट्टी का उपयोग ज्यादा
स्वर्णरेखा कॉलोनी के पास एनएच 33 के निर्माण की गुणवत्ता अभी भी सही नहीं है। जानकारों का कहना है कि सड़क के निर्माण में तारकोल कम और गिट्टी का ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है। इस वजह से जल्द ही सड़क की गिट्टियां फिर बिखर जाएंगी और सड़क के जल्द उखड़ जाने की संभावना है।